टीएनपी डेस्क(TNP DESK): कांग्रेस के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के नए अध्यक्ष बन गए हैं. उन्होंने बुधवार को औपचारिक रूप से नए कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण कर लिया. दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) मुख्यालय में आयोजित समारोह में राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी सहित कांग्रेस के शीर्ष नेता और पुरानी पार्टी के अन्य बड़े नेता शामिल हुए, जहां खड़गे को पार्टी के शीर्ष पद के लिए चुनाव का प्रमाण पत्र सौंपा गया. मल्लिकार्जुन खड़गे 24 साल बाद कांग्रेस पार्टी की बागडोर संभालने वाले पहले गैर-गांधी हैं.
“कार्यकर्ता के बेटे को अध्यक्ष बनाने के लिए कांग्रेस को धन्यवाद”
इस मौके पर खड़गे भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए भावुक क्षण है. एक कार्यकर्ता के बेटे और आम कार्यकर्ता को पार्टी का अध्यक्ष बनाने के लिए कांग्रेस को धन्यवाद देना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि यह एक कठिन समय है और कांग्रेस द्वारा स्थापित लोकतंत्र को बदलने के प्रयास किए जा रहे हैं. कांग्रेस झूठ, नफरत के घेरे को तोड़ देगी. मैं उन लोगों से अपील करता हूं, जो पार्टी से जुड़े नहीं हैं, लेकिन लोकतंत्र को बचाना चाहते हैं, हाथ मिलाएं.
मधुसूदन मिस्त्री ने सौंपा प्रमाण पत्र
हाल ही में हुए कांग्रेस राष्ट्रपति चुनावों में प्रतिद्वंद्वी प्रतियोगी शशि थरूर के खिलाफ खड़गे ने शानदार जीत दर्ज की थी. खड़गे को पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में चुनाव का प्रमाण पत्र सौंपा. मिस्त्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अन्य दल कांग्रेस से सबक लेंगे और पार्टी अध्यक्ष पद के लिए गुप्त मतदान से चुनाव कराएंगे. पदभार ग्रहण करने से पहले, खड़गे ने राजघाट का दौरा किया और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी और पूर्व उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम के स्मारकों का भी दौरा किया और नेताओं को श्रद्धांजलि दी.
अंदरूनी कलह बड़ी चुनौती
पार्टी में कई असंतुष्टों द्वारा मांगे गए एक महत्वपूर्ण नेतृत्व परिवर्तन के साथ, कांग्रेस कई बड़ी चुनौतियों को हल करने की कोशिश कर रही है, जिसमें अंतर्कलह भी शामिल है, जिसका उसने हाल के दिनों में सामना किया है. अंदरूनी कलह के अलावा 80 वर्षीय नेता को कई राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा की बड़ी चुनौती से भी निपटना होगा.