टीएनपी डेस्क(TNP DESK): पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी अपने मेघालय दौरे के दौरान केंद्र के ऊपर जमकर निशाना साधा है. इस बार मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ने जोशीमठ में पड़ी दरारों को लेकर मची हाहाकार के बीच कहा है की पश्चिम बंगाल के रानीगंज में भी कुछ उसी तरह का स्थिति बना हुआ है. कोल इंडिया ने भूमिगत खदान चलाकर कोयला तो निकाल लिया, पर उन खदानों में बालू की भराई नहीं की जिस कारण आज रानीगंज के इलाकों में कई जगह दरारें पड़ी हुई हैं. यहाँ तक की आए दिन उस इलाके में भू धसान जैसी घटना भी सामने आती रहती है. ममता ने कहा इलाके में रह रहा करीब 30,000 परिवार भू धसान क्षेत्र में मज़बूरी के कारण रह रहा है. उनके पास दूसरा कोई और विकल्प नहीं है. ममता ने कहा की केंद्र सरकार से उनकी हर बार इसी बात को लेकर पिछले कई वर्षों से लड़ाई चल रही है. उन्होंने कहा की वह पीड़ितों के जान माल की सुरक्षा के लिये उन्हें उनका घर बनवाने के लिये केंद्र को जमीन भी मुहैया करवा चुकी हैं, पर केंद्र उन परिवारों को घर बनवाकर नहीं दे रही है. उन्होंने कहा की उनके पास कुछ पैसे थे जिन पैसों से उन्होंने उन पीड़ितों के लिये कुछ घर तो बनवाये हैं, पर अभी भी 30 हजार परिवार भू धसान इलाके में रहने के लिये मजबूर है. उनपर किसी भी तरह का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा अगर उनको सही समय पर केंद्र द्वारा या फिर कोल इंडिया द्वारा पूर्णवाशन नहीं दिया गया तो वह कभी भी और किसी भी समय पूरे परिवार के साथ जमीं दोज हो सकते हैं.
जोशीमठ के तरह बंगाल के रानीगंज के रहने वाले करीब 30 हजार लोग हैं भू धसान से प्रभावित : ममता बैनर्जी
Published at:17 Jan 2023 05:27 PM (IST)