रांची(RANCHI ) - झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार संपन्न हो गया. 13 नवंबर को 43 विधानसभा सीट पर मतदान होगा .मतदान की सारी तैयारी पूरी हो चुकी है. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन ताबड़तोड़ चुनावी सभा पूरे प्रदेश में हुई. बड़े-बड़े नेता इस पहले चरण में चुनाव प्रचार के लिए आए. भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए के बड़े नेता झारखंड पहुंचे. प्रधानमंत्री से लेकर लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के अध्यक्ष केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी खूब मेहनत की. लेकिन नहीं आए तो नीतीश कुमार. जबकि उनके दल यानी जनता दल यूनाइटेड के दो प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे. पश्चिमी जमशेदपुर से सरयू राय और तमाड़ विधानसभा सीट से राजा पीटर. बिहार के मुख्यमंत्री होने के अलावा वे जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. एनडीए के स्टार प्रचारक होने के बावजूद उन्होंने झारखंड में चुनाव प्रचार नहीं किया.यह चर्चा का विषय बना हुआ है. जबकि लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास को सिर्फ एक सीट गठबंधन के तहत मिली थी लेकिन चिराग पासवान ने कई चुनावी सभा को संबोधित किया. भाजपा प्रत्याशियों के लिए भी उन्होंने जमकर प्रचार किया.
क्या कारण रहा जो नीतीश कुमार नहीं आए चुनाव प्रचार के लिए
जनता दल यूनाइटेड के दो प्रत्याशी होने के बावजूद नीतीश कुमार का यहां चुनाव प्रचार के लिए नहीं आना चर्चा का विषय बना हुआ है. नीतीश कुमार इससे पहले जब भी एनडीए ने चुनाव लड़ा है तो वे चुनाव प्रचार के लिए आए थे. चुनाव प्रचार में आना एक बड़ा संदेश देता है सामान्य रूप से सामाजिक समीकरण के लिए नेताओं को उन जगहों पर लगाया जाता है जहां उनका राजनीतिक लाभ मिले. राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि नीतीश कुमार अपने को बिहार में सीमित रखना चाहते हैं. कुछ सूत्र तो यह भी बताते हैं की तबीयत बहुत दुरुस्त नहीं रहने के कारण वे झारखंड में चुनाव प्रचार के लिए नहीं आए. सोमवार को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चुनाव प्रचार के लिए तमाड़ पहुंचे जहां से जदयू प्रत्याशी राजा पीटर प्रत्याशी हैं. 2 दिन पूर्व अमित शाह जमशेदपुर में भी रोड शो किए थे जिसमें उन्होंने सरयू राय के लिए भी वोट मांगा. जमशेदपुर पश्चिम से सरयू राय जदयू के प्रत्याशी हैं.