टीएनपी डेस्क(TNPDESK): झारखंड बिहार भीषण गर्मी और लू से तप रहा है. सुबह होते ही गर्म हवा और तेज धूप से सड़कों पर सन्नाटा पसरा दिख रहा है. इस बीच छोटे बच्चे स्कूल में पढ़ाई कर रहे है. हीट वेव को देखते हुए बिहार सरकार ने 15 जून तक सभी स्कूल को बंद रखने का आदेश जारी कर दिया. जिससे बच्चों के स्वास्थ्य पर कोई असर न पड़े.लेकिन झारखंड में इसकी कोई सुगबुगाहट नहीं दिख रही है.सरकार ने अब तक कोई निर्णय नहीं लिया है. जबकि झारखंड के कई इलाके में पारा 46 के पार जा चुका है.लू लगने से दर्जनों की जान चली गई.
बावजूद इन सब के स्कूल को बंद करने के दिशा में कोई पहल होती नहीं दिख रही है. झारखंड में सभी स्कूल का संचालन जारी है. बच्चे धूप में ही स्कूल जाते दिख रहे है. कई बच्चे बीमार भी पड़ गए है. स्कूल बंद करने को लेकर कई बार विभिन्न संगठन ने सरकार के अधिकारियों को पत्र के जरिए स्कूल को एक सप्ताह के लिए बंद करने की मांग की. लेकिन सरकार और उनके अधिकारी को कोई परवाह ही नहीं है.खुद AC कमरे में बैठ कर काम काज निबटा रहे है तो बच्चों से उन्हे क्या लेना देना है. सरकारी स्कूल में तो गरीबों के बच्चे पढ़ाई करते है. शायद यही वजह है कि अब तक किसी तरह का कोई आदेश जारी नहीं किया गया.
बिहार सरकार ने 15 जून तक सभी स्कूल को बंद रखने का निर्णय लिया है.मौसम विभाग की चेतावनी के बाद शिक्षा विभाग ने बच्चों का ख्याल रखते हुए छुट्टी घोषित कर दिया है. साथ ही सभी शिक्षकों को भी छुट्टी दी गई है. बिहार में भयंकर हित वेव चल रहा है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान 15 के बाद मौसम सामान्य हो जाएगा. जिसके बाद लू खत्म होने की संभवना है. जिसे देखते हुए 15 तक फिलहाल स्कूल बंद कर दिया गया है.
झारखंड में कई संगठन स्कूल बंद करने की मांग कर रहा है. पब्लिक स्कूल्स एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन पासवा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने कहा है भीषण गर्मी और हीट वेव को देखते हुए स्कूल संचालन की अनुमति गंभीर खतरे को न्योता देने जैसा है. उन्होंने कहा अगर किसी प्रकार की क्षति होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी. पूरे राज्य में गर्मी का आलम यह है कि पारा 40 डिग्री के पार है वहीं कहीं-कहीं तो पारा 45 डिग्री के पार है ऐसे में स्कूल खोलने की हिमाकत गंभीर चुनौतियों को जन्म दे रही है.मॉनसून को ब्रेक होने तक झारखंड की सभी स्कूल को बंद करने का आदेश सरकार को देना चाहिए.