पटना(PATNA): राजनीति में ना तो कोई दोस्त होता है और ना ही कोई दुश्मन. जिसने भी ये बात कही थी सच ही कहा था. क्योंकि ऐसा देखने को मिला है, बिहार की राजधानी पटना में. कभी सबसे बड़े दुश्मन रहे पप्पू यादव और आनंद मोहन गले मिले और साथ में खाना खाया. एक वक्त था जब बाहुबली नेता पप्पू यादव और आनंद मोहन के बीच दोनों के बीच सिर्फ बंदूकें ही बातें करती थी. कई बार दोनों पर एक-दूसरे पर हमले का आरोप लगता रहा. दोनों के बीच दुश्मनी की कई कहानियां हैं. ज्यादातर लड़ाई यादवों और राजपूतों के वर्चस्व को लेकर ही रही. दोनों के समर्थक भी आपस में लगातार भिड़ते रहे. बिहार के कोसी का इलाका इसका सबसे बड़ा गवाह रहा.
गले मिल खत्म की सालों की दूरियां
मगर, कभी एक दूसरे के कट्टर दुश्मन रहे दोनों के बीच अब दूरियां ख़त्म होके नज़दीकियां होती दिखने लगी. काफ़ी लंबे समय से एक दूसरे के दुश्मन रहे पप्पू यादव और आनंद मोहन ने एक-दूसरे को गले लगाया और इतने लंबे समय की दूरियों को नज़दीक ला दिया. ये मौक़ा था आनंद मोहन के घर उनकी बेटी की सगाई का. इस मौक़े पे दोनों बाहुबली नेताओं ने एक दूसरे को गले ही नहीं लगाया बल्कि साथ में बैठ के ख़ाना भी खाया. असल में आनंद मोहन पेरोल पर अपनी बेटी की सगाई में जेल से बाहर आये. इस सगाई में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तेजस्वी यादव तो अपने कैबिनेट के कई मंत्रियों के साथ पहुंचे. साथ में जाप सुप्रीमो और बिहार के बाहुबली नेता पप्पू यादव भी पहुंचे. अभी आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद इस समय वर्तमान में राजद के विधायक है जिसके कारण कई नेता बाहुबली आनंद मोहन के घर बेटी को आशीर्वाद देने पहुंचे.
2007 में डीएम जी. कृशनैया हत्या में जेल में बंद थे
दरअसल 2005 में दिसंबर में मुज़फ़्फ़रपुर में भीड़ ने डीएम की हत्या कर दी थी. उस भीड़ का नेतृत्व आनंद मोहन कर रहे थे. मामला था एक दिन पहले का जब आनंद मोहन की पार्टी के नेता छोटे शुक्ला की हत्या हुई थी. उसी को लेकर लोग प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान डीएम जा रहे थे, उसी समय भीड़ ने डीएम जी कृशनैया की हत्या कर दी थी.