टीएनपी डेस्क(TNP DESK): देश में बेरोजगारी का आलम इस कदर बढ़ गया है कि एक अदद नौकरी पाने वालों की लंबी कतारे लग जाती है . सबसे अचरज तब होता है , जब प्रोफेशनल कोर्स करके आए लोगो भी चौकीदार,चपरासी,माली और गेटकीपर की नौकरी के लिए शिद्दत से लाइन में लग जाते हैं . आपको सुनकर अचरज होगी . लेकिन, सौ फीसदी सच है. केंद्र सरकार के कार्यालयों में MTS के तहत चतुर्थ श्रेणी के पदों की नियुक्ति होनी है. इसकी सबसे कम क्वालिफिकेशन हाई स्कूल है. लेकिन, इसके लिए एमबीए,एमसीए, एलएलबी और इंजीनियर फॉर्म भर रहें है .
यूपी में दिखी मारामारी
उत्तरप्रदेश में यही देखने को मिला, यहां बेरोजगारों की बेइंतहा फौज हो गई है. यहां के युवा इस सरकारी नौकरी को पाने के लिए आवेदन कर रहें है. दरअसल, कर्मचारी चयन आयोग की बड़ी भर्ती परीक्षाओं में से एक मल्टी टास्किंग स्टाफ (MTS नॉन-टेक्निकल) और हवलदार( सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेस एवं सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स)2022 के लिए तकरीबन 55,21,917 अभ्यार्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया है . इनमें से 19,04,139 आवेदक प्रयागराज के SSC मध्य क्षेत्र दफ्तर के अधीन आने वाले उत्तर प्रदेश और बिहार से हैं.
10वीं पास की निकली थी भर्ती
एसएससी ने 20-22 के लिए MTS के लगभग 10,880 और हवलदार सीबीआईसी एंड सीबीएन के 529 पदों के लिए 18 जनवरी से 24 फरवरी तक आवेदन मांगे गए थे. इसकी टियर I परीक्षा 02 मई से शुरु हुई थी. जो 20 जून तक चलेगी.
सरकारी नौकरी की चाहत
आज भी सरकारी नौकरी की चाहत लोगों के लिए सपनों जैसा है . यहां पर बड़े-बड़े पेशेवर कोर्स करके बैठे लोगों का दसवीं पास की क्वालिफिकेशन वाली नौकरी हासिल करने के लिए मारामारी करना , निश्चित तौर पर चिंता पैदा करती है.
रिपोर्ट: शिवपूजन सिंह