टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : सिमडेगा निवासी नाबालिक लड़की के साथ हरियाणा के गुरुग्राम में हुए अमानवीय व्यवहार को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन काफी गंभीर हैं. मुख्यमंत्री ने सिमडेगा के डीसी और झारखंड पुलिस को मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए सख्त कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया है. साथ ही नाबालिग को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने और उसकी सकुशल घर वापसी के लिए भी कड़े कदम उठाने का निर्देश जारी किया है. इसके साथ ही किशोरी की शिक्षा और सरकारी योजनाओं से जोड़ते हुए सूचित करने का आदेश दिया है.
हरियाणा सरकार से मामले को संज्ञान में लेने का आग्रह
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग और हरियाणा सरकार से आग्रह किया है कि इस गंभीर मामले को संज्ञान में लें और लड़की को उसके परिवार में वापस लाने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करें.
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम पहुंचेगी हरियाणा
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद उपायुक्त सिमडेगा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि मामले को संज्ञान में लिया गया है. इसके तरह एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम बच्ची को रेस्क्यू करने के लिए कल यानी गुरुवार को प्रस्थान करेगी. बच्ची को चिकित्सा, शिक्षा, पुनर्वास और योजनाओं का लाभ त्वरित रूप से उपलब्ध कराया जाएगा.
यह है मामला
मुख्यमंत्री को जानकारी मिली कि सिमडेगा निवासी 14 वर्षीय बच्ची को घर कार्य करने के लिए गुरुग्राम ले जाया गया था. जहां उसके साथ पिछले दिनों अमानवीय यातनाएं दी गई. बच्ची की लाठी डंडे और गर्म चिमटे से पिटाई की गई. इसके बाद मुख्यमंत्री ने सिमडेगा उपायुक्त और झारखण्ड पुलिस को कार्रवाई का आदेश दिया है.