रांची (RANCHI) : सदन में मंईयां सम्मान का मुद्दा गरमाया है. इसको लेकर सीपी सिंह और मंत्री चमरा लिंडा में तीखी बहस भी हुई. सीपी सिंह ने मंईयां योजना के भुगतान नहीं होने का मुद्दा उठाया. इसके साथ ही कहा कि वर्तमान में दिव्यांग/विधवा महिलाओं को मात्र 1000 रुपये की राशि मिल रही है, जबकि अन्य पात्र महिलाओं को 2500 रुपये मिल रहे हैं. उन्होंने यह भी तर्क दिया कि यदि कोई महिला कम आयु में विधवा हो जाती है, तो उसे भी 2500 रुपये की राशि मिलनी चाहिए, क्योंकि उसकी स्थिति भी अन्य पात्र महिलाओं जैसी ही है. कहा कि मंईयां योजना का लाभ हर विधवा और दिव्यांग महिला को मिलना चाहिए, चाहे उनकी उम्र कुछ भी हो.
सदन में इस मुद्दे पर गंभीर चर्चा हुई और मंत्री से इस विषय पर पुनर्विचार करने और योजना में बदलाव करने का अनुरोध भी किया गया. उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है, खासकर उन महिलाओं को जो कठिनाइयों का सामना कर रही हैं. वहीं इसका जवाब देते हुए मंत्री चमरा लिंडा ने कहा कि 15 मार्च तक मंईयां सम्मान योजना की बकाया राशि महिलाओं के खाते में डाल दी जाएगी.