धनबाद(DHANBAD): संघ प्रमुख मोहन भागवत फिलहाल झारखंड के बोकारो में है. प्रशिक्षण शिविर में पहुंचे हुए हैं. मंगलवार को उन्होंने कहा कि संघ के शताब्दी वर्ष 2025 तक भारत के हर गांव तक पहुंचना होगा. संघ का विस्तार करना होगा. शताब्दी वर्ष महत्वपूर्ण है. शताब्दी वर्ष में अब बहुत अधिक समय नहीं बचा है. संघ प्रमुख ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में प्रचार करने और हर गांव में संगठन की उपस्थिति स्थापित करने, शाखाएं आयोजित करने और अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने की दिशा में काम करने का आह्वान किया.
इधर, संघ प्रमुख के बोकारो प्रवास पर भाजपा की भी नजर है. झारखंड में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने ही वाला है. बैठकों का दौर शुरू हो गया है. चुनाव प्रभारी नियुक्त किए जाने लगे हैं. लोकसभा चुनाव में आदिवासी आरक्षित सीटों पर भाजपा की हार से भाजपा थोड़ी चिंतित जरूर है. ऐसे में संघ अगर गांव स्तर पर काम तेज करें तो इसका भी कुछ असर भाजपा के वोट बैंक पर पड़ सकता है .बोकारो में आयोजित प्रशिक्षण वर्ग में किसी प्रकार की राजनीतिक बातें नहीं हो रही है, लेकिन झारखंड के बोकारो के इस आयोजन से भाजपा को निश्चित रूप से कुछ उम्मीद होगी. संघ झारखंड में एकल विद्यालय सहित कई अनुषंगी संगठनों के जरिए जनजातीय क्षेत्रों में काम करता है. विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए जनजातीय सीटें ही कुर्सी का रास्ता बना सकती है.
झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में भाजपा की बड़ी बैठक हुई
वैसे मंगलवार को झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में दिल्ली में भाजपा की बड़ी बैठक हुई. इसमें भाजपा के झारखंड प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेई, नवनियुक्त विधानसभा चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान और सह प्रभारी हिमांता विश्व शर्मा को ब्लूप्रिंट तैयार कर चुनाव में जुट जाने का निर्देश दिया गया. चर्चा हुई कि झारखंड में एनडीए का प्रदर्शन अच्छा रहा है . सीटें जरूर कम आई है लेकिन वोटो का प्रतिशत बढ़ा है. यह अच्छे संकेत है. निर्देश दिया गया की जनता के बीच अपने तर्कों के साथ जाए और उन्हें समझाएं .
कल्पना सोरेन ने गढ़वा और हुसैनाबाद में विधानसभा चुनाव का किया शंखनाद
इधर जानकारी मिली है कि विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने 24 जून को दिल्ली में पार्टी की उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है .बैठक में तमाम बड़े नेता मौजूद रहेंगे. झारखंड के भी कांग्रेस से जुड़े नेता रहेंगे. इधर, मंगलवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक कल्पना सोरेन ने गढ़वा और हुसैनाबाद में विधानसभा चुनाव का शंखनाद कर दिया. उन्होंने आह्वान किया कि लोकसभा चुनाव की सफलता के बाद अब विधानसभा चुनाव में अद्वितीय सफलता हासिल करनी है. वैसे झारखंड में आदिवासी सीटें हारने के बाद हंगामा मचा हुआ है .दुमका से भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन ने पूर्व मंत्री लुईस मरांडी, पूर्व सांसद सुनील सोरेन पर आरोपों की झड़ी लगा दी है. तो गोड्डा में चुनाव के बाद सांसद निशिकांत दुबे और भाजपा विधायक नारायण दास के समर्थक आमने-सामने हैं.
लोकसभा चुनाव के दौरान निशिकांत दुबे और पूर्व मंत्री राज पालीवाल के बीच भी सोशल मीडिया पर भिड़ंत होती रही. दिल्ली में हुई मंगलवार की बैठक में इस पर भी चर्चा की गई .लेकिन सूत्र बताते हैं कि पार्टी फिलहाल किसी के खिलाफ कार्रवाई करने के मूड में नहीं है. यह अलग बात है कि पार्टी नेतृत्व नेताओं के बीच की दूरी को कम करने का प्रयास कर रहा है. जिससे कि विधानसभा चुनाव में इसका कोई नुकसान नहीं हो.