पटना(PATNA): बिहार भाजपा की ओर से कश्मीर विलय के 75 साल पूरे होने मामले पर गलत बयानी पर अब बिहार के वित्त मंत्री विजय चौधरी का बयान आया है. उन्होंने कहा कि जूनागढ़ और हैदराबाद के निजाम विलय के पक्ष में नहीं थे लेकिन महात्मा गांधी के नेतृत्व में जवाहर लाल नेहरू और सरदार पटेल की जोड़ी काम कर रही थी. मंत्री ने कहा कि दूरदर्शी और कूटनीति प्रबंधन की वजह से तीनों रियासत का विलय भारत में हुआ था. उस समय के इतिहास को तोड़ मरोड़ कर बीजेपी के नेता पेश कर रहे हैं, तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है. बीजेपी के नेता बस अपनी प्रासंगिकता बनाना चाहते हैं. मंत्री ने कहा कि बीजेपी के नेता गांधी, नेहरू, पटेल और आजाद को नीचा दिखाना चाहते हैं. बीजेपी निहायत ही निंदनीय और कुत्सित प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि नेहरू और पटेल को अलग करके बीजेपी के लोग केवल अपनी स्वार्थ की पूर्ति कर रहे हैं. नेहरू और पटेल में कोई मतभेद नहीं था.
कांग्रेस के नेताओं की देश के लिए अहम योगदान है
मंत्री ने कहा कि पटेल ने खुद कहा था कि नेहरू और उनके बीच अंतर दिखने वाले छुद्र प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं. गांधी को जान बुझकर विवादित व्यक्ति बताने की कोशिश हो रही है. गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेस के नेताओं की अहम भूमिका थी. उन्होंने कहा कि कभी आपने सुना है कि गृहमंत्री और प्रधानमंत्री अलग-अलग काम करते हैं.
संजय जायसवाल के आरोपों पर दिया बयान
वहीं, मंत्री ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के आरोपों पर कहा कि जब मोकामा के कारोबारी कुछ नहीं कह रहे हैं तो अब बीजेपी के लोगों ने बोलना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि क्या मोकामा के कारोबारियों ने प्राथमिकी दर्ज कराई है. व्यवसायियों ने किसी तरह की कोई शिकायत भी दर्ज नहीं कराई है. फिर किसी भी घटना की जानकारी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष को ही कैसे पता चलती है. कहीं ऐसा तो नहीं कि सब घटना के पीछे बेवजह तूल दिया जा रहा है.