टीएनपी डेस्क (Tnp desk):- राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही हलचले तेज हो गई है . किसी पार्टी की सरकार इस बार सत्ता में आयेगी. इसे लेकर तरह-तरह की कयासबाजियां और चर्चे खूब हो रहे हैं. भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है. इस दौरान कुछ ऐसी सच्चाई भी सामने आ रही है, जो जनता को भरोसा नहीं हो रहा है. दरअसल प्रत्याशी के नामांकन दाखिल करते वक्त कई जानकारियां शपथ पत्र में निर्वाचण अधिकारी के समझ सौंपते हैं. जिससे लोगों को कई गड़े चिजो से पर्दा उठ जाता है. ऐसा ही राजस्थान में एक विधायक के शपथ पत्र में खुलासा हुआ, जो चौकाने वाला था.
एक गरीब विधायक बना करोड़पति
राजस्थान के विधायक राजकुमार रोत एक गरीब विधायक थे, जब उन्होंने 2018 में भारतीय ट्राइबल पार्टी से चुनाव लडा था, तो उनके पास सिर्फ 1 लाख 20 हजार रुपए की संपत्ति ही थी. लेकिन, पांच साल बाद यानि इस बार 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में जब अपनी संपत्ति का ब्यौर दिया, तो लोग चौक गये. राजकुमर रोत इस बार जब नामांकन भरा तो भारतीय आदिवासी पार्टी के सिंबल पर पर्चा भरा, तो उनकी संपत्ति 1.17 करोड़ रुपए बताई गई है. जिसमे उनके पास 69.16 लाख रुपए की संपत्ति है और पत्नी के पास करीब 48 लाख रुपए हैं. जिस तरह के आंकड़े विधायक ने पेश किया, इससे देखा जाए तो उनकी संपत्ति पांच साल में 96 प्रतिशत का इजाफा हुआ. हालांकि, यह बात अलग है कि उस वक्त राजकुमार रोत की शादी नहीं हुई थी और वे अविवाहित थे. उन्होंने राजस्थान के डूंगरपुर जिले की चौरासी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था. अचानक उन्होने क्या किया कि उनकी संपत्ति में बेशुमार हो गई. लोग इसे लेकर तमाम तरह की चर्चाए कर रहें हैं.
चुनाव आयोग ले सकता है एक्शन
चुनाव लड़ने के लिए नामांकन भरते वक्त हरेक प्रत्याशी को अपनी संपत्ति सहित तमाम तरह की जानकारियां देना जरुरी होती है. अगर इसमे गड़बड़ी होती है, तो फिर निर्वाचन विभाग उम्मीदवार को चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगा सकता है . गड़बड़ी पाए जाने पर अल्पकाल या दीर्घकाल के लिए चुनाव नहीं लड़ने का नोटिस जारी कर सकता है.
अक्सर ये देखा गया है कि एक विधायक और सांसद जब भी चुनाव जीतते हैं, तो आमूमन उनकी संपत्तियों में इस दरम्यान बढ़ोत्तरी देखने को मिलती है. चुनावी हलफनामें में उनके द्वारा दी गई जानकारियों से लोगों को मालूम पड़ता है.