टीएनपी डेस्क(TNP DESK): झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का का ट्रांसफर कर दिया गया है. उन्हें अब पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव के पद पर नियुक्त किया गया है. कार्मिक विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है. सरकार ने ये फैसला बीजेपी विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी द्वारा राजीव अरुण एक्का पर लगाए गए आरोप के बाद लिया है. सरकार के इस फैसले के बाद अब ये तो साफ है कि बीजेपी के आरोप में सच्चाई थी, हालांकि अभी इस मामले की पूरी तरह से जांच बाकी है. लेकिन सरकार के फैसले की तारीफ हो रही है.
क्या सिर्फ ट्रांसफर से यह मामला थम जाएगा
एक ओर सरकार की त्वरित कार्रवाई की तारीफ हो रही है तो वहीं एक बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है. वह सवाल है कि क्या सिर्फ ट्रांसफर से यह मामला थम जाएगा या विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ और आक्रामक होगी. क्योंकि जब बाबूलाल मरांडी ने प्रधान सचिव पर वीडियो क्लिप के साक्ष्य के साथ आरोप लगाया था, तब उन्होंने राजीव अरुण एक्का की बर्खास्तगी और गिरफ़्तारी की मांग की थी. मगर, सरकार ने सिर्फ ट्रांसफर का फैसला लिया है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या भ्रष्टाचार के आरोपी अधिकारी की ट्रांसफर से भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा? क्योंकि सिर्फ ट्रांसफर से अधिकारी को एक पद से दूसरे पद पर भेजा गया है, उनके खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसे में सरकार की मंशा पर सवाल उठेंगे कि ये कार्रवाई सिर्फ ध्यान भटकाने के लिए तो नहीं किया गया? जाहिर सी बात है कि विपक्ष भी इस नजरिए से इस मामले को देख रहा है.
बाबूलाल मरांडी ने पहले ही कह दिया है कि वे इस मामले को लेकर राज्यपाल से मिलेंगे. साथ ही इस मामले से जुड़े साक्ष्य ईडी को सौंपेगी. ऐसे में सरकार के लिए मुश्किल अभी और बढ़ने वाली है.
ये है मामला?
बता दें कि रविवार को बीजेपी ने प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता किया था. इस प्रेस वार्ता में भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने एक वीडियो क्लिप शेयर किया. इस वीडियो में प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का और एक महिला नजर आ रही है, साथ ही एक तीसरे व्यक्ति की भी आवाज आ रही है. इस वीडियो में राजीव अरुण एक्का एक फाइल पर साइन कर रहे हैं. साथ ही पैसों की लेन-देन की भी बात हो रही है.
दलाल विशाल चौधरी के ऑफिस का वीडियो
वीडियो के बारे में बात करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि विशाल चौधरी जिसके आवास पर ईडी ने छापा मारा था, उसी के कार्यालय का ये वीडियो है. आप समझ सकते हैं कि कैसे एक दलाल के कार्यालय में सरकारी काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि कल्पना भी नहीं किया जा सकता कि झारखंड में ऐसे काम हो रहा है. उन्होंने बताया कि राजीव अरुण एक्का के बगल में खड़ी महिला विशाल चौधरी की स्टाफ है. वो फाइल दिखा रही है और एक आवाज बगल से आ रही है, जो आवाज विशाल चौधरी की है.
इसके साथ ही उन्होंने सीएम से मांग की थी कि राजीव अरुण एक्का को प्रधान सचिव के पद से हटाए और उनकी गिरफ़्तारी के आदेश दे. जिसके बाद सरकार ने ट्रांसफर की ये कार्रवाई की है.