रांची(RANCHI): झारखंड में विधानसभा का चुनाव नजदीक है. अंदर खाने सीट बंटवारे से लेकर प्रत्याशी के नाम की चर्चा शुरू है. सभी सीट पर नामों को लेकर सभी नेता मंथन कर रहे है. लेकिन ठीक चुनाव से पहले बोरियों विधायक लोबिन हेमब्रम को पहले पार्टी से बाहर का रास्ता और बाद में विधानसभा से सदस्यता रद्द होना कोई आम बात नहीं है. संभवत बोरियों सीट पर झामुमो अब नए चेहरे को लाने की तैयारी कर रही है. संथाल के कद्दावर नेता हेमलाल को उम्मीदवार बनाया जा सकता है.
साल 2000 से विधानसभा चुनाव में देखे तो लोबिन झामुमो के टिकट तीन बार चुनाव जीते है. एक बड़े आदिवासी नेता के रूप में लोबिन की पहचान है. गुरुजी के साथ रजनीतिक की शुरुआत करने वाले लोबिन हमेशा जल जंगल जमीन की बात करते है. जब झामुमो की सरकार बनी और अपने वादे पर खरी नहीं उतरी तो लोबिन ने सड़क से सदन तक आवाज उठाया है. खुद के ही पार्टी की सरकार के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंक दिया. जिसके बाद लोकसभा चुनाव में लोबिन का आक्रामक रूप दिखा और पार्टी के ही प्रत्याशी के खिलाफ चूनाव मैदान में उतर गए.
हालांकि इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. लेकिन यह लोबिन के लिए महंगा साबित हो गया. पार्टी ने पहले संगठन से बाहर का रास्ता दिखाया और फिर विधानसभा में दल बदल का मामला दर्ज करा दिया. जिसके बाद दोनों पक्षों में लंबी बहस चली और न्यायधीकरण ने बोरियों विधायक लोबिन हेमब्रम की सदस्यता रद्द कर दी है. सदस्यता रद्द होने पर लोबिन ने विधानसभा अध्यक्ष पर भी सवाल उठाया. आखिर किसके दबाव में निर्णय लिया गया. इतनी जल्दबाजी क्यों थी.
अब लोबिन पर कार्रवाई होने के बाद साफ है कि झामुमो चुनाव में कोई नया चेहरा बोरियों में उतारेगी. इसमें सबसे आगे हेमलाल मुर्मू का नाम है. संथाल में अच्छी पकड़ मानी जाती है. अपनी राजनीति की शुरुआत झामुमो से ही किया था लेकिन बीच में भाजपा का दामन थाम लिया. जिसके बाद राजमहल सीट से भाजपा ने लोकसभा का चुनाव में उतारा था. लेकिन इसमें हार का सामना करना पड़ा. बाद वापस से झामुमो में वासपी हो हो गई. अब चुनाव में बोरियों से हेमलाल झामुमो के प्रत्याशी हो सकते है.