धनबाद(DHANBAD) : रेल कर्मचारियों को अब पूरा भरोसा है कि उन्हें यूपीएस (ओल्ड पेंशन स्कीम) की सुविधा मिल कर रहेगी. ईसीआरकेयू का दावा है कि यूपीएस (यूनाइटेड पेंशन स्कीम) तक मामले को पहुंच गया है तो यही संगठन ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस ) भी दिलवाकर रहेगा. कहा गया है कि ईसीआरकेयू की प्रकृति ही संघर्ष करना है. अब तक जो भी सुविधाएं और अधिकार वर्तमान में रेलकर्मियों को मिल रही हैं. वह ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आंदोलन और संघर्ष के जरिये प्राप्त की गई है. उक्त बातें ईसीआरकेयू के अपर महामंत्री मो ज़्याऊद्दीन ने कहीं है. ईसीआरकेयू, धनबाद शाखा टू में आयोजित एक विशेष बैठक में उन्होंने कहा कि एन पी एस समाप्त कर पेंशन की गारंटी के लिए राष्ट्रव्यापी आंदोलन एआईआरएफ के नेतृत्व में पिछले 15 वर्षों से चल रहा था.
ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने 32 श्रमिक यूनियन को मिला कर पेंशन की लड़ाई लड़ी. 10 अगस्त 2023 को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में लाखों केन्द्रीय और राज्य कर्मचारियों के महाजुटान के दबाव पर केंद्र सरकार ने पेंशन गारंटी के लिए कमिटी गठित की. इस कमिटी ने यूपीएस के तहत पेंशन की गारंटी की घोषणा की है. उन्होंने आश्वस्त किया कि यूपीएस के प्रावधानों की संपूर्ण जानकारी तबतक स्पष्ट नहीं होगी, जबतक कि सरकार द्वारा गजेटियर नोटिफिकेशन जारी नहीं किया जाता. इसके बाद ही संगठन इसका विश्लेषण करेगा और जो भी खामी है, उसके लिए आंदोलन जारी रखा जाएगा. यदि एआईआरएफ ईसीआरकेयू ने यूपीएस तक आंदोलन को पहुंचाया है तो यही संगठन इसे ओपीएस भी दिलवाने का काम करेगा.
उन्होंने यूनियन के मान्यता प्राप्त करने के लिए 4 से 6 दिसम्बर 2024 को होने वाले चुनाव में ईसीआरकेयू को पुनः बहुमत से जीत दिलाने का आह्वान किया. इस मौके पर सहायक महामंत्री ओमप्रकाश तथा एआईआरएफ के जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा भी उपस्थित थे. इस अवसर पर ईसीआरकेयू धनबाद मंडल के मीडिया प्रभारी सह अध्यक्ष शाखा टू एन के खवास, पूर्व शाखा सचिव ए के दा, उपेंद्र मंडल,प्रशांत बनर्जी,जितेंद्र कुमार साव,अजय कुमार सिंह,दिलीप कुमार, सी एस प्रसाद सुरेंद्र कुमार चौहान,पिंटू नंदन, आर एन विश्वकर्मा,रंजीत कुमार,भानु ,रविंदर रवानी, आज़ाद, अजित, राजीव कुमार,शिव कुमार, रीतलाल गोप,प्रदीप्तो सिन्हा कौशल कुमार, एम के मुकेश,बिकाश कुमार महतो, देवानंद दास, अशोक कुमार और जोनल युवा समिति के संगठन सचिव विश्वजीत मुखर्जी सहित अन्य रेलकर्मी शामिल थे.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो