रांची(RANCHI): राज्य की हेमंत सरकार इस बार बजट सत्र में ही स्थानीयता की नीति लाने की तैयारियों में भी जुटी हुई हैं, इसको लेकर सरकार की ओर से छात्रों और युवाओं के बीच रायसुमारी भी की जा रही है.
रबीन्द्र नाथ महतो के बयान से सत्र का हंगामेदार रहने की आशंकाओं को मिला बल
यही कारण है कि इस बार का बज़ट सत्र काफी हंगामेदार रहने की आशंका व्यक्त की जा रही है. लेकिन इस बीच विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो के एक बयान से भी इन आंशकाओं को बल मिला है, दरअसल, विधान सभा अध्यक्ष के द्वारा दूसरे राज्यों की तरह झारखंड में डिप्टी स्पीकर बनाने की मांग की गयी है. साफ है कि विधान सभा अध्यक्ष को भी सत्ता पक्ष और विपक्ष की तैयारियों का भान है.
देश के पांच राज्यों में खाली है डिप्टी स्पीकर के पद
हम यहां यह भी बता दें कि अभी झारखंड सहित दूसरे पांच राज्यो में डिप्टी स्पीकर का पद खाली है, देश की सर्वोच्च अदालत ने इस मामले में जल्द कार्रवाई करते हुए इन पदों को भरने का निर्देश भी दिया था, अब उसके बाद खुद झारखंड विधान सभा अध्यक्ष के द्वारा यह पहल की गयी है. अब देखना होगा कि राज्य की हेमंत सरकार और विपक्ष का इस मुद्दे पर क्या राय बनता है.
नेता प्रतिपक्ष की खाली कुर्सी पर विधान सभा अध्यक्ष का बयान
हालांकि जब विधान सभा अध्यक्ष का ध्यान राज्य में खाली पड़े नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी की ओर दिलाया गया तो उनका कहना था कि नेता प्रतिपक्ष का मामला नया नहीं है. इससे पहले भी झारखंड विधानसभा में दलबदल के कई मामले देखने को मिले हैं, यह भी उसी तरह का एक मामला है, लेकिन हमारी मशीनरी वही है, इसके लिए कोई एक्सपर्ट या विशेषज्ञ की नियुक्ति नहीं हुई है, इसलिए देखना होगा कि इसका निराकरण कब तक हो पाता है.
बज़ट सत्र का सामान्य रहने की उम्मीद
27 फरवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र पर स्पीकर ने कहा कि हर वित्तीय वर्ष के पहले सरकार अपना बजट पेश करती है और इस बार भी बजट की तैयारियां चल रही हैं. इसके लिए सभी सदस्य और विधानसभा के कर्मी तैयार हैं. उम्मीद है कि बजट सत्र सामान्य तरीके से संपन्न होगा.
रिपोर्ट: देवेन्द्र कुमार