धनबाद: यह तस्वीर संयोग है या प्रयोग है अथवा कोई सियासी संदेश. बहाना तो होली का था,लेकिन इसके राजनीतिक मतलब भी निकाले जाएंगे. होली में सभी दुश्मन से भी गले मिलते हैं, लेकिन होली के बहाने यह तस्वीर क्या कुछ सियासी संदेश तो नही दे रही है. होली के मौके पर तीसरी बार के सांसद रहे पीएन सिंह के आजू-बाजू में 36 के आंकड़े वाले विधायक राज सिन्हा और पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल बैठे हुए हैं. बात इतनी ही नहीं है, चंद्रशेखर अग्रवाल और राज सिन्हा एक दूसरे को गुलाल लगाकर शुभकामनाएं दे रहे हैं. यह तस्वीर कुछ सामान्य कम से कम धनबाद के लोग तो नहीं मानेंगे. पीएन सिंह का टिकट काटकर बाघमारा के विधायक ढुल्लू महतो को लोकसभा का प्रत्याशी बनाया गया है. चंद्रशेखर अग्रवाल भी धनबाद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की रेस में थे. विधायक राज सिन्हा भी रेस में थे. लेकिन तीनों को इस बार निराशा मिली. इस तस्वीर का लोग इसलिए भी माने मतलब निकल रहे हैं कि राज सिन्हा और चंद्रशेखर अग्रवाल में आपस में कभी बनी नहीं. सीधे तौर पर तो नहीं लेकिन एक दूसरे के खिलाफ इशारों इशारों में बयान बाजी करते रहे.चंद्र शेखर अग्रवाल और राज सिन्हा एक दूसरे के राजनीतिक विरोधी भी रहे हैं. फिलहाल ढुल्लू महतो को टिकट मिला है और यह बात सब समझ सकते है कि तीनों नेताओं को यह निश्चित रूप से नागवार गुजर रहा होगा. यह अलग बात है कि सार्वजनिक तौर पर कोई कुछ बोलेगा नहीं ,लेकिन खिचड़ी तो पकेगी ही.
तो क्या यह एक नया ध्रुवीकरण धनबाद में तैयार होगा. हालांकि पीएन सिंह का कहना है कि पार्टी ने जो भी निर्णय लिया है, सोच समझ कर लिया है. यह भी कहते हैं कि धनबाद और चतरा सीट पर लंबे मंथन के बाद उम्मीदवार की घोषणा हुई है. 11 सीटों की घोषणा पहले हो गई थी लेकिन दो सीटों की घोषणा काफी मंथन के बाद हुई है. ऐसे में पार्टी जो भी निर्णय लिया है, वह राष्ट्रहित और पार्टी हित में ली होगी. उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसी व्यक्ति के हित में कोई निर्णय नहीं लेती है. वैसे धनबाद के टिकट के लिए राज सिन्हा, चंद्रशेखर अग्रवाल, रागिनी सिंह आदि भी सक्रिय थे. लेकिन सफलता ढुल्लू महतो को मिली है. तो क्या यह तस्वीर कुछ सियासी संदेश दे रही है अथवा यह एक संजोग था. धनबाद में इस तस्वीर की खूब चर्चा हो रही है .
यह बात सही है कि ढुल्लू महतो को चुनाव जीतने के लिए कम से कम 6 विधानसभा को साधना होगा. जिसमें धनबाद ,झरिया, सिंदरी, निरसा ,बोकारो और चंदन कियारी शामिल है. वैसे ढुल्लू महतो ने पीएन सिंह से आशीर्वाद ले लिया है .वह सक्रिय हो गए हैं. विभिन्न सामाजिक संगठन के लोगों से मिलजुल रहे हैं. एक समय कहा जाता था कि धनबाद में भाजपा के तीन गुट सक्रिय हैं. एक गुट पीएन सिंह का ,दूसरा राज सिन्हा का है तो तीसरा गुट चंद्रशेखर अग्रवाल का कहा जाता रहा है. महा महानगर जिला अध्यक्ष श्रवण राय को राज सिन्हा का समर्थक बताया जाता है. अब तक जो लोग भी महानगर के अध्यक्ष रहते थे ,वह पीएन सिंह के समर्थक माने जाते थे .लेकिन पहली बार हाल दिनों में संभवत पी एन सिंह के नहीं चाहते हुए भी श्रवण राय महानगर के अध्यक्ष बन गए हैं .जो भी हो लेकिन इन दो तस्वीरें को संयोग माना जाए, प्रयोग माना जाए या कोई सियासी संदेश . यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन होली के बहाने क्या कोई सियासी संदेश देने की कोशिश की गई है. इसकी खूब चर्चा हो रही है.