रांची(RANCHI): ईडी ने कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह को समन भेजा है. इस समन में ईडी ने अनूप सिंह को 24 दिसंबर को ईडी कार्यालय में तलब किया है. ईडी ने ये समन कैश-कांड मामले में भेजा है. कैश कांड मामले में विधायक अनूप सिंह शिकायतकर्ता हैं और शिकायतकर्ता के रूप में ही उन्हें ईडी ने बुलाया है. ऐसे में बड़ा सवाल है कि विधायक अनूप सिंह से ईडी क्यों और क्या पूछताछ करने वाली है. इन सभी सवालों के जवाब विस्तार से जानते हैं.
अनूप सिंह को तलब करने की क्या है वजह?
दरअसल, कैश-कांड मामले में कांग्रेस के तीनों विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगारी को गिरफ्तार किया गया था. इन तीनों विधायकों को 48 लाख रुपए नगद के साथ गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, विधायकों ने कहा था कि ये उनका पैसा वैध है और वे लोगों के बीच बांटने के लिए 'साड़ियां' खरीदने के लिए ये पैसे लेकर जा रहे थे. मगर, विधायक अनूप सिंह ने रांची के अरगोड़ा थाने में ज़ीरो एफआईआर दर्ज करायी और बताया कि विधायकों ने उन्हें हेमंत सरकार के नेतृत्व वाली झारखंड सरकार को गिराने में मदद करने के लिए 10 करोड़ इनाम की पेशकश की थी. इसी मामले में कोलकाता सीआईडी ने विधायकों के खिलाफ कार्रवाई और जांच की.
झारखंड सरकार की ओर से नहीं करायी गई कोई जांच
मगर, इस मामले में अब तक झारखंड सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई. विधायकों के झारखंड लौट आने के बाद भी उनसे कोई पूछताछ नहीं की गई. ऐसे में केस के दूसरे पहलू की जांच ही नहीं हुई. कोलकाता पुलिस ने भले ही तीनों विधायकों से पूछताछ की, मगर, पैसे कहां से आए, किसने दिए, पैसे सच में किसलिए थे, ये नहीं बताया गया.
वहीं दूसरी ओर अनूप सिंह ने सरकार गिराने का एक संगीन आरोप विधायकों पर लगाया है. ऐसे में इस मामले की भी जांच नहीं हुई कि अनूप सिंह को 10 करोड़ कौन देने वाला था. उन्हें विधायकों ने कब और कैसे संपर्क किया. इसमें असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का कैसे रोल था, जिन पर अनूप सिंह ने पूरे ऑपरेशन को कंट्रोल करने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही विधायक अनूप सिंह ने हिमंत बिस्वा सरमा से मुलाकात भी की थी, इसकी तस्वीर भी खूब वायरल हुई थी. ऐसे में उस मुलाकात में क्या बात हुई थी, इसका भी खुलासा नहीं हुआ है. गौरतलब है कि इन सभी मामलों में काफी ज्यादा पैसों का लेन-देन भी शामिल है. इन्हीं पैसों के लेन-देन को लेकर ईडी ने अनूप सिंह को तलब किया होगा.
इसके पहले भी एक बार और विधायक अनूप सिंह ने सरकार गिराने के खिलाफ एफआईआर किया था. उस दौरान उन्होंने फल विक्रेताओं पर ये आरोप लगाया था. उसका भी जांच आज तक झारखंड सरकार और पुलिस द्वारा नहीं किया गया. ऐसे में क्या सच में सरकार गिराने के लिए विधायक अनूप सिंह से संपर्क किया गया था, या सिर्फ ये उनकी राजनीति का हिस्सा थी, इस मामले में भी कोई खुलासा और परिणाम सामने नहीं आए हैं.
अनूप सिंह से ईडी क्या कर सकती है पूछताछ?
ईडी अपनी पूछताछ में विधायक अनूप सिंह ने कैश कांड मामले को लेकर ढेरों सवाल पूछ सकती है. ईडी का सवाल ज्यादातर पैसों के लेन-देन को लेकर होगा. अनूप सिंह ने सरकार गिराने के लिए 10 करोड़ रुपए के ऑफर का जिक्र किया है, तो ईडी उनसे इन रुपयों के बारे में पूछ सकती है. ईडी पूछ सकती है कि आपको ये रुपए कौन देने वाला था, कैसे देने वाला था? कहां देने वाला था? तीनों विधायकों के पास से मिले कैश के बारे में आप क्या जानते हैं. हिमंत बिस्वा सरमा से मुलाकात में आपको क्या ऑफर मिले थे, अगर कोई ऑफर मिले थे, तो उसे आप तक किस प्रकार पहुंचाया जाना था. ऐसे ही इस मामले में पैसों के लेन देन को लेकर ईडी और भी कई सारे सवाल बेरमो विधायक से पूछ सकती है. इन सभी सवालों का विधायक अनूप को जवाब देना होगा. जाहिर है अनूप सिंह के पास इन सवालों के पुख्ता सबूत होंगे, मगर, फिर भी इन उनसे आगे भी पूछताछ का सिलसिला जारी रह सकता है.
क्या है कैश कांड मामला?
बता दें कि बंगाल पुलिस ने कांग्रेस के तीन विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सेल कोंगारी को गिरफ्तार किया था और उनके कब्जे से 48 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई थी. हालांकि, उन्होंने उनसे संबंधित नकदी को स्वीकार कर लिया. लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि यह उनका वैध पैसा था जिसे वे लोगों के बीच बांटने के लिए 'साड़ियां' खरीदने के लिए ले जा रहे थे. तीनों विधायकों को 30 जुलाई को हिरासत में लिया गया था. इन तीनों विधायकों की गिरफ़्तारी के एक दिन बाद बेरमो विधानसभा सीट से विधायक जयमंगल सिंह ने अरगोड़ा थाने में जीरो एफआईआर दर्ज करायी.
विधायकों पर सरकार को गिराने की साजिश में शामिल होने का आरोप
बेरमो विधायक ने दावा किया कि ये विधायक हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झामुमो-कांग्रेस-राजद सरकार को गिराने के भाजपा के गेमप्लान का हिस्सा थे. जयमंगल सिंह ने दावा किया कि इन विधायकों ने हेमंत सोरेन को सत्ता से हटाने के लिए 10 करोड़ रुपये के इनाम के साथ उनसे संपर्क किया था. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा 'ऑपरेशन कमल' को नियंत्रित कर रहे थे. इसी मामले में विधायक जयमंगल सिंह को तलब किया गया है.
कैश कांड में शामिल तीनों विधायकों से भी ईडी कर सकती है पूछताछ
विधायक अनूप सिंह के द्वारा दर्ज ज़ीरो FIR को ईडी ने आधार बनाया है. ऐसे में अनूप सिंह से पूछताछ के बाद ईडी कैश कांड में आरोपी तीनों कांग्रेस के विधायकों से भी पूछताछ कर सकती है. इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सेल कोंगारी से अनूप सिंह के आरोपों के बारे में पूछताछ हो सकती है. इसके साथ ही बरामद कैश को लेकर भी ईडी इन विधायकों से सवाल पूछेगी और कोलकाता पुलिस ने इनके खिलाफ जांच में क्या पाया, वो भी खंगाला जाएगा.
विधायक अनूप सिंह के ठिकानों पर पड़ा था IT का छापा
बता दें कि 4 अक्टूबर, 2022 को आईटी ने अनूप सिंह के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. आईटी ने लगभग 38 घंटे तक रेड की. हालांकि, इस दौरान आईटी को उनके पास से कुछ खास हाथ नहीं लगा. जानकारी के अनुसार कांग्रेस विधायक अनूप सिह के घर से महज 70 हजार रूपए नकद ही मिले थे. इस छापेमारी के बाद आईटी ने अनूप सिंह के बैंक खातों और लॉकरों के संचालन पर रोक लगा दिया था. खातों से कोई छेड़छाड़ ना हो इसके लिए ये रोक लगाई गई है. हालांकि, ये मामला अलग है, लेकिन इस रेड से भी जुड़े कुछ सवाल ईडी पूछ सकती है,