धनबाद(DHANBAD): धनबाद में फोन कर किसी को भी धमका देना बहुत साधारण काम होता जा रहा है. जो लोग धमकी दे रहे , वह सभी प्रिंस खान गैंग के ही लोग हैं या लोकल अपराधी भी गैंग्स के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसकी जांच में पुलिस जुट गई है. हो सकता है कि बहुत जल्द इसका खुलासा हो जाए. जिन लोगों को धमकियां दी जा रही है, उनकी ऐसी औकात नहीं होती कि वह रंगदारी की लाखों रुपए किसी को पहुंचा सके. फिर सवाल उठता है कि इन लोगों का नंबर कैसे इकट्ठा होता है. नंबर जुगाड़ करने वाला, रेकी करने वाला कोई तो है जो गैंग्स को भी गलत लोगों को जानकारी दे रहा है. एक शराब दुकान में काम करने वाले भूली के कर्मचारी का मामला सामने आ चुका है.
बैंक मोड़ निवासी कपड़ा आयरन करने वाले को भी फोन से मिली धमकी
इसी तरह प्रभात खबर में छपी एक खबर के अनुसार शुक्रवार को बैंक मोड़ निवासी कपड़ा आयरन करने वाले को भी फोन से धमकी दी गई .20 लख रुपए रंगदारी की मांग की गई. धमकी मिलने वाले य ने बताया है कि उसने आज तक एक मुश्त लाखों रुपए नहीं देखा है. 20 लाख तो बहुत दूर की बात है. यह कोई पहला मामला नहीं है. इसके पहले भी दुकान में काम करने वाले कई स्टाफ ,सेल्समैन को फोन से रंगदारी मांगी जा चुकी है.
कृष्णा मंडल हमलाकांड का हवाला देकर लोगों को धमकाया जा रहा
इधर, गोविंदपुर में बुधवार को कृष्णा मंडल हमलाकांड का हवाला देकर लोगों को धमकाया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार गोविंदपुर में करीब एक दर्जन लोगों को धमकाया जा चुका है. उन्हें व्हाट्सएप मैसेज और कॉल किया जा रहा है. कृष्णा मंडल हमलाकांड के बाद कई लोगों को फोन आया है. कहा जा रहा है कि रंगदारी की रकम नहीं दी तो कृष्णा मंडल जैसा हाल करेंगे. जो भी हो लेकिन पुलिस का मानना है कि कृष्णा मंडल हमलाकांड का गैंग्स के लोगों से कुछ भी लेना-देना नहीं है. जमीन कारोबार में उन पर फायरिंग कराई गई है. पुलिस कुछ जमीन कारोबारी को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर रही है .जो भी हो फोन कॉल्स धनबाद में किसी को भी धमकी देने का एक साधन बन गया है.
रिपोर्ट:धनबाद ब्यूरो