गढ़वा(GARHWA):गढ़वा जिला का बूढ़ा पहाड़ एक बार फिर नया कीर्तिमान रचने को तैयार है क्योंकि आजादी के बाद पहली बार इस बूढ़ा पहाड़ पर रहनेवाले आदिम जनजाति के लोग लोकतंत्र के महापर्व का हिस्सा होंगे. हम बात कर रहे हैं लोकसभा चुनाव की जहां पहली बार मतदान होगा. जिसको लेकर चुनाव आयोग की ओर से खास तैयारी की गई है. शुक्रवार को मुख्य चुनाव आयुक्त के रवि कुमार अपने आठ सदस्यीय टीम के साथ बूढ़ा पहाड़ के हेसातु गांव पहुंचे. लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर अधिकारी किस तरह से सजग है इसका उदाहरण गढ़वा में देखने को मिला. जहां चुनाव आयोग की टीम कभी घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र रहा बूढ़ा पहाड़ का दौरा किया. यहां आजादी के बाद पहली बार मतदान होना है इसलिए आयोग की ओर से कोशिश है कि यहां सबकुछ शांतिपूर्ण तरीके से समन्न करे.
आज चुनाव आयोग की टीम ने यहां पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया
आज चुनाव आयोग की टीम ने यहां पहुंचकर तैयारियो का जायजा लिया और मतदान शंतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो इसकी तैयारी का समीक्षा भी अधिकारियों के साथ किया. वहीं मतदान को लेकर यहां के स्थानीय लोगों से बात भी की. मतदाताओं ने बताया की पहली बार हम लोकसभा चुनाव मे वोट करेंगे,अधिकारी आकर हमलोगों को वोट के प्रति जागरूक किए है. पहले वोट नहीं कर पाते थे क्योंकि ये नक्सल ईलाका था आज हम भयमुक्त वातावरण में वोट करेंगे. मतदाताओं न कहा कि अधिकारी हमारे बीच आये है इससे बड़ी अच्छी बात और क्या हो सकती है. मुखिया ने कहा अब बूढ़ा पहाड़ जैसे इलाकों मे ज़ब से पुलिस का कैम्प लगा है विकास अब यहां पहुंच रहा है. लोग भयमुक्त होकर कही आ रहे हैं कही जा रहे हैं .
चुनाव आयोग की ओर से लोगों को मतदान के लिए जागरुक किया जा रहा है
मुख्य चुनाव आयुक्त के रवि कुमार ने कहा कि लोगों को जागरूक किया जा रहा है, तीस वर्ष पहले इन क्षेत्र मे मतदान केंद्र बनाए गए थे बीच में कुछ परिस्थिति ऐसी आई की लोगों को मतदान के लिए दूर जाना पड़ता था, लोग वहां तक नही पहुंच पाते थे, जब से सुरक्षा कर्मियों ने इन क्षेत्र मे अपना कैम्प बनाया है तब से लोग भयमुक्त होकर अपनी समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचा रहे हैं और उनका निदान भी हो रहा है. अब इन जगहों पर मतदान केंद्र पुनः स्थापित किया जाएगा, ताकि लोग अपना मत का शतप्रतिशत उपयोग कर सके.
पढ़ें आईजी ने क्या कहा
वहीं आईजी अमोल होमकर ने कहा कि सुरक्षा बलों ने इन क्षेत्रों में शांति व्यवस्था बनाने मे काफ़ी शहादत दी है, उसी का परिणाम है की इन क्षेत्रों में लोग अमन चैन से रहा रहे हैं और विकास पहुंच रही है, इसी का परिणाम है की इस बार लोग भयमुक्त वातावरण मे मतदान करेंगे. वहीं सीआरपीफ आईजी ने कहा कि जिला पुलिस और सीआरपीफ की मेहनत का नतीजा है की लोग आज भय मुक्त वातावरण में रह रहे हैं. इसका परिणाम यह है की बूढ़ा पहाड़ जैसे इलाके मे जहां पुलिस सुरक्षा प्रदान कर रही है, वहीं बच्चों को स्कूल खोलकर कर शिक्षा देने का भी काम कर रही है.