रांची (RANCHI) : राज्य में टेट पास पारा शिक्षक कैबिनेट मंत्री मिथलेश ठाकुर का घेराव करने पहुंचे थे.बता दें कि वेतनमान की मांग को लेकर पिछले 44 दिनों से रांची के राजभवन के समक्ष आमरण अनशन पर बैठे है.लेकिन अब टेट पास पारा शिक्षकों की ओर से रणनीति बनाई जा रही है और इसी रणनीति के तहत पारा शिक्षक अब मंत्रियों और सत्ताधारी दलों के प्रदेश कार्यालय का घेराव कर रहे हैं.बुधवार को मंत्री मिथिलेश ठाकुर के आवास घेरने वे पहुंचे.इस कार्यक्रम में राज्यभर के आंदोलित टेट पास हजारों शिक्षक शामिल हुए.
समन्वय समिति की बैठक में घेराव करने का लिया फैसला
टेट पास पारा शिक्षकों की ओर से लगातार बैठकों का दौर जारी है.इस बीच सहायक अध्यापक समन्वय समिति की प्रदेश कमिटी ने पिछले रविवार को सभी जिलों से बातचीत और विचार विमर्श के बाद आमरण अनशन के साथ-साथ आंदोलन तेज करने का फैसला लिया था. इस क्रम में अब मंत्रियों के आवास और सत्ताधारी दलों के पार्टी कार्यालय को घेरने का फैसला लिया गया है.आज इसी को लेकर मंत्री मिथिलेश ठाकुर के आवास का घेराव किया और अगले दिन रामेश्वर उरांव के सरकारी आवास का घेराव किया जाएगा.
44 दिन से राजभवन के समक्ष दे रहे धरना
टेट पास पारा शिक्षक वेतनमान की मांग को लेकर पिछले 44 दिन से राजभवन के समक्ष धरना दे रहे हैं. इसके बाद भी आज तक सरकार की तरफ से इनके आंदोलन को समाप्त कराने की कोई पहल नहीं की गई ना ही सरकार की ओर से कोई जनप्रतिनिधि मुलाकात करने पहुंचे. टेट पास पारा शिक्षक संघ के नेताओं ने कहा कि महाधिवक्ता की ओर से टेट पास पारा शिक्षकों को लेकर सकारात्मक राय देने के बावजूद सरकार ने चुप्पी साधी हुई है.पारा शिक्षक बताते है कि महाधिवक्ता ने कहा कि सरकारी शिक्षक बनने की NCTE और NEP की गाइडलाइन्स और मापदंडों को टेट पास पारा शिक्षक पूरा करते हैं.
क्या कह रहे हैं टेट पास पारा शिक्षक
मंत्री मिथिलेश ठाकुर के आवास का घेराव करने के बाद टेट पास पारा शिक्षकों ने कहा कि सरकार ने हमारे साथ वादाखिलाफी की है.सरकार चुनावी वादे में कही थी कि जब राज्य की सत्ता में आएंगे तो पारा शिक्षकों की मांग को पूरा करेंगे लेकिन अब मंत्रियों की ओर से सिर्फ आश्वासन हमें मिल रहा है.अगर इसी तरीके से आश्वासन हमें मिलेगा तो आने वाले 15 नवंबर को पारा शिक्षक अपनी ताकत दिखाएंगे और जिस तरीके से रघुवर दास को मुख्यमंत्री के पद से हटाने का काम पारा शिक्षकों ने किया था,उसी तरीके से हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री के पद हटाने का काम करेंगे.