देवघर(DEOGHAR): सरकारी बाबू लोग अपने कर्तव्य के साथ ईमानदारी से कार्य करते है तो उनपर भरोसा सभी का हो जाता है. इसी तरह का मामला मधुपुर आरपीएफ द्वारा देखने को मिला है. देवघर जिला अंतर्गत मधुपुर आरपीएफ ने दो यात्रियों का छूटा सामान उन्हें सौंप कर ईमानदारी की मिसाल पेश किया है.
इन यात्रियों का ऐसे छूटा था सामान
रेल यात्रा एक सरल, सस्ता और सुविधाजनक होता है. यही कारण है कि प्रतिदिन सैकड़ो ट्रेनें विभिन्न मार्गों पर चलती है. उसी में से एक ट्रेन है रक्सौल हैदराबाद. इस ट्रेन में बिहार के मधुबनी जिले के सकरी थाना क्षेत्र के सनोवर धंकी गांव निवासी विजय मंडल रायपुर से दरभंगा जा रहे थे. चितरंजन स्टेशन पर वह पानी लेने के लिए उतरे थे. इस बीच ट्रेन खुल गई. ट्रेन छूट जाने पर रेलयात्री ने आरपीएफ को इसकी सूचना दी. चितरंजन रेलवे स्टेशन पर तैनात आरपीएफ ने इसकी सूचना मधुपुर आरपीएफ को दी. मधुपुर में ट्रेन रुकते ही आरपीएफ ने ट्रेन में खोजबीन शुरू की और यात्री का छूटे सामान को बरामद कर लिया. आरपीएफ ने बरामद समान को इसके मालिक से जानकारी हासिल कर उसे सौंप दिया. यात्री को समान मिलते ही उसने आरपीएफ कर्मियों का आभार जताया.
इतना ही नही मधुपुर आरपीएफ ने एक महिला का छूटा पर्स भी उसे लौटाया है. गिरिडीह निवासी यह महिला यात्री अफसाना खातून है. जो अपने पुत्र रेहान के साथ 8 जुलाई को जनशताब्दी से हावड़ा से मधुपुर आयी थी. स्टेशन पर उतरने के दौरान महिला का नकदी भरा पर्स स्टेशन पर गिर गया था. ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ के हेड कांस्टेबल को वह पर्स मिला. पर्स में नकदी लगभग 22 सौ रूपया के साथ एक स्कुल का पुर्जा मिला था. इसी पुर्जा के आधार पर आरपीएफ ने पर्स की मालकिन की पहचान करते हुए उसे सूचना दी. सूचना मिलने पर महिला अपने पति के साथ आरपीएफ पोस्ट पर पहुंची. आरपीएफ द्वारा पूरी तरह से संतुष्ट होने के बाद बरामद पर्स महिला को सौंप दिया. ईमानदारी से कर्तव्यों का पालन करने वाले आरपीएफ कर्मियों की सराहना की जा रही है.
रिपोर्ट-ऋतुराज सिन्हा