धनबाद(DHANBAD): राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस के मौके पर शुक्रवार को झरिया के केसी गर्ल्स हाई स्कूल प्रांगण में प्रदूषण नियंत्रण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ. स्कूल के शिक्षकों ने छात्राओं को प्रदूषण नियंत्रण के प्रति जागरूक रहने की बात कही. छात्राओं ने प्रदूषण से हो रहे नुकसान और उससे बचने के उपाय समेत कई विषयों को जाना. लाइफ संस्था के सचिव सह फिजियोथेरेपिस्ट डॉ मनोज सिंह ने कहा कि वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण का प्रभाव गर्भ में पल रहे बच्चों पर भी पड़ रहा है. जिसके कारण बच्चे सेरेब्रल पाल्सी, मुकबधिर और मानसिक दिव्यांगता से ग्रसित हो रहे है. वहीं, झरिया में हो रहे प्रदूषण के लिए कोयला कंपनी ही जिम्मेवार है और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मृत प्राय बन गया है. युथ कांसेप्ट के संयोजक अख़लाक़ अहमद ने कहा कि जल-प्रदूषण, वायु-प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, पर्यावरण ख़राब होने के प्रमुख कारण हैं.
प्राकृतिक संसाधनों के दोहन के कारण प्रदूषण अधिक हो रहा
मानव निर्मित औद्योगिक गतिविधियों, रसायनों के प्रयोग, खनिज तेल का उपयोग और प्राकृतिक संसाधनों के दोहन के कारण प्रदूषण अधिक हो रहा है. उन्होंने कहा कि झरिया में प्रदूषण का आतंक है. इससे लड़ने के लिए खुद आगे अना होगा. प्रदूषण से लोगों की उम्र पांच वर्ष कम हो रही है. इसके लिए कौन है जिम्मेवार. डॉ मनोज ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए हमें जीवन शैली में सुधार लाना होगा और अधिक पेड़ लगाने होंगे. इस दौरान मुख्य रूप से ललिता कुमारी ( प्रभारी प्रधान अध्यापक ), मंजू रानी, सुरेश कुमार, राजेश कुमार, गायत्री महतो, अभिमन्यु कुमार, परमीला कुमारी समेत कई शिक्षकगण उपस्थित थे.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद