रांची(RANCHI): झारखंड में इंडिया ब्लॉक को प्रचंड जीत मिली है. चुनाव भले ही हेमंत सोरेन के नेतृत्व में लड़ा गया. लेकिन इस जीत के पीछे दो महिलाओं का हाथ है. जिसने पूरे खेल को ही पलट कर रख दिया. जो सपना एनडीए देख रहा था उसे पल भर में खत्म कर दिया. दो कल्पना चुनाव में प्रचार कर रही थी. दोनों के भाषण देने का स्टाइल भी खूब चर्चा रहा. जिसने हेमंत की कल्पना को हकीकत में बदल दिया. इसमें एक संथाल परगना तो दूसरी पूरे झारखंड में कैम्प कर रही थी.
सबसे पहले कल्पना मुर्मू सोरेन की बात करते है. कल्पना सोरेन एक विकट परिस्थिति में राजनीति में कदम रखा.जिसके बाद झारखंड में सबसे पावरफुल नेत्री के रूप में अपनी पहचान बना ली. इनकी सभा में भीड़ बताने के लिए काफी रहती थी कि माहौल कैसा है. चुनाव में परिणाम क्या होने वाला है. कल्पना सोरेन गठबंधन के लिए एक दिन में 10-10 जन सभा कर रही थी. प्रचार में खूब मेहनत जिससे गठबंधन को जीत मिल सके. इसका फायदा भी देखने को मिला है. पहली बार पूरा माहौल बदल गया. सोशल मीडिया से लेकर न्यूज चैनलों में कल्पना सुर्खियों में बन गई.
अब दूसरी कल्पना की बात कर लेते है. यह कल्पना गोड्डा की है. गोड्डा की पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष रह चुकी है. साथ ही राजद में सक्रिय भूमिका में है. गोड्डा क्षेत्र में कल्पना देवी खूब सक्रिय रहती है. चुनाव के दौरान भी खूब जनसभा किया है. खास कर गोड्डा विधानसभा क्षेत्र में राजद उम्मीदवार के पक्ष में छोटे छोटे नुक्कड सभा जनसभा कर जनता से सीधा संवाद कर रही थी. अगर देखे तो इसका परिणाम भी सामने आया है. गोड्डा सीट पर भाजपा को पटकनी देकर राजद के संजय यादव चुनाव जीत गए.
इसके बाद अब चर्चा है कि कैसे पूरे माहौल को दो महिलाओं ने बदल दिया. एक तो हेमंत सोरेन की पत्नी और दूसरी गोड्डा से विधायक संजय प्रसाद यादव कई पत्नी है. एक कहावत भी है कि जब महिला कुछ करने कई ठान लेती है तो रास्ता कितना भी कठिन क्यों ना हो उसे पार कर के ही दम भर्ती है. इसे चरितार्थ भी महिलाओं ने चुनाव में कर दिखाया. एक तरफ महिला कमान संभाल कर चुनाव प्रचार कर रही थी तो दूसरी तरफ मतदाताओं में महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और जीत के आकडे से कई ज्यादा तक इंडिया को पहुंचा दिया.