टीएनपी डेस्क: डीजीएम की मौत के करीब 48 घंटे बाद पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. अपर पुलिस अधीक्षक सह हेडक्वार्टर डीएसपी अमित कुमार के नेतृत्व में एसआइटी गठित की गयी है. एनटीपीसी के डीजीएम के साथ काम करने वाले अधिकारियों और उनके परिजनों ने अभी तक पुलिस को किसी तरह की थ्रेट मिलने की बात से इंकार किया है. इधर डीजीपी अनुराग गुप्ता और आईजी एस माइकल राज ने इस घटना में अब तक उपलब्धियों की समीक्षा भी की है. उन्होंने अधिकारियों को गहनता से जांच करने का निर्देश दिया है. वरीय अधिकारी लगातार इस घटना पर नजर बनाए हुए हैं. हर घंटे स्थिति का अपडेट ले रहे हैं. सूचना के अनुसार पुलिस डीजीएम के चालक और डीजीएम कुमार गौरव के मोबाइल भी खंगाल रही है. पुलिस सीडीआर निकालकर और टावर लोकेशन के माध्यम से भी इस हत्याकांड की जांच करने की तैयारी कर रही है.
अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं होने से कानून व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
एसपी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि अभी तक नौ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है.
सोमवार की सुबह पुलिस की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि पुलिस घटनास्थल से केरेडारी और घटनास्थल से हजारीबाग तक के रास्ते में लगे सभी सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है. साथ ही ऐसी घटनाओं को बिना रेकी के अंजाम नहीं दिया जा सकता है, इसलिए रेकी करने वालों को भी पुलिस तलाश रही है.
पेशेवर शूटरों पर शक
अभी तक की जांच से जो स्थिति सामने आयी है उसमें पेशेवर शूटरों पर आशंका जतायी जा रही है. पुलिस ने दो अज्ञात अभियुक्तों पर केस दर्ज किया है.
आइजी ने लिया घटनास्थल का जायजा
डीजीएम कुमार गौरव की हत्या की सूचना के बाद बोकारो रेंज आइजी एस माइकल राज रविवार की शाम हजारीबाग पहुंचे थे. उन्होंने घटनास्थल का जायजा भी लिया.