पलामू(PALAMU): पति और पत्नी के विवाद में कैसे पूरा परिवार बर्बाद हो जाता है. इसका उदाहरण मनातू से सामने आया. कैसे जो मासूम अभी अच्छे से कुछ समझ नहीं पाता था, वह भी मौत की नींद सो गया. आखिर ऐसी क्या परिस्थिति आयी की मां ने अपने दो बच्चों के साथ ज़िंदगी को ही अलविदा कह दिया. शनिवार रात खाना बनाने के बाद मां ने बच्चों से कहा कि बेटा चलो झूला झूलते हैं. बच्चों को कहां पता था कि जो मां हर दिन गोद में लोरी सुना कर सुलाती थी. वही मां आज हमें झूला झुलाने का बोल कर मौत की नींद सुला कर खुद भी सो जाएगी.
दरसअल मामला पलामू जिले के मनातू थाना क्षेत्र से सामने आया, जहां रंगेया गांव में एक परिवार पूरी तरह से बर्बाद हो गया. घर में चीख पुकार मच गई. मां शांति देवी का झगड़ा पति से हर दिन होता था. जब पति घर आता था, उसके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करता था. कई महीनों तक ऐसा चला लेकिन शनिवार की रात पत्नी ने पति से तंग आकर सामूहिक आत्महत्या का कदम उठा लिया. बच्चों को कहा - बेटा झूला झूलते हैं और साड़ी का फंदा बना कर दोनों बेटों के साथ खुद भी लटक गई. आठ वर्षीय बेटे और मां की मौत हो गई. जबकि इसमें एक दस वर्षीय बेटा बच गया. वह मां और भाई के शव को फंदे से उतार कर रात भर उस शव के साथ सोया.
छोटे भाई के शव को अपने गोद में लेकर उसे उठाने की कोशिश कर रहा था. वहीं अपनी मां को भी आवाज़ दे रहा था, "मां उठो, छोटू बोल नहीं रहा है" लेकिन मां भी दम तोड़ चुकी थी. वैसे ही गोद में लिए हुए बच्चा अपने भाई के शव के साथ सो गया. सुबह हुई तो उसने अपने पड़ोसी को घटना के बारे में जानकारी दी. पड़ोसी ने इस मामले की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए MMCH मेदिनीनगर भेज दिया है.
बताया जा रहा है कि शांति का पति विकास ने उसके रहते हुए दूसरी शादी कर ली थी. इससे हर दिन विवाद होता रहता था. इतना ही नहीं कुछ दिन तो अपने घर पर दूसरी पत्नी को लेकर भी आ गया, यह सब देख पहली पत्नी को रहा नहीं गया.आखिर शनिवार को पूरे विवाद पर ही विराम लगा लग गया. शान्ति का पति विकास बाहर रह कर मजदूरी करता है. मनातू पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.