रांची(RANCHI)झारखंड में चर्चित विधायक कैश कांड मामले को लेकर ईडी दफ्तर में बेरमो विधायक अनूप सिंह से ईडी के जोनल कार्यालय में 10 घन्टे से अधिक पूछताछ चली.पूछताछ के बाद अनूप सिंह जब बाहर आये तो उन्होंने मीडिया से भी बात की. उन्होंने कहा कि ईडी दफ्तर में उनके साथ बहुत अच्छा व्यवहार किया गया है,उन्होंने कहा कि वह अभियुक्त बन कर ईडी दफ्तर नहीं आये थे, एक केस के सहयोगी बन कर आये थे और आगे भी सहयोग करेंगे. उन्होंने कहा कि अब जो लोग सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे थे अब उन्हें ईडी बुला सकती है. अनूप सिंह ने कहा कि जो बयान उन्होंने सीआईडी को दिया था वही बयान ईडी को दिया है.
ईडी ने किया ये सवाल
ईडी ने उनसे पूछा कि झारखंड में सरकार गिराने के लिए उन्हें और किसने 10 करोड़ रुपये का ऑफर दिया. उनसे पूछा गया था कि क्या यह पेशकश फोन पर की गई थी या शारीरिक रूप से और क्या उन्हें कोई टोकन राशि दी गई थी. उनसे कहा गया है कि अगर उनके पास कुछ भी साक्ष्य उपलब्ध हो तो वो साझा करें. ईडी ने बंगाल पुलिस के सामने उनके द्वारा दिए गए बयान को लेकर भी उनसे क्रॉस किया.
एजेंसी ने पूछताछ की कि क्या पार्टी तोड़ने की उनके सामने रखा गया था ? क्या उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सूचित किया था या नहीं? और क्या कार्रवाई की गई थी ? इस संदर्भ में ईडी ने उनसे पूछा कि क्या पूर्व में भी पार्टी तोड़ने या सरकार गिरने के उद्देश्य से उनसे संपर्क किया गया था. रांची के कोतवाली थाने में जुलाई 2020 में प्राथमिकी दर्ज कराने पर भी उन्हें इसी तरह का एक मामला दर्ज कराया गया था उनसे पूछा गया कि क्या कोतवाली कांड और ताजा मामला आपस में जुड़ा हुआ है ? सूत्रों के मुताबिक उन्हें आगे भी ED तलब किया जा सकता है लेकिन उससे पहले कैश कांड के आरोपी विधायक इरफान अंसारी , राजेश कच्छप और विलसन कांगड़ी को सरकार गिराने और 48 लाख रुपये बरामदगी को लेकर उन्हें ED तलब कर सकती है.
रिपोर्ट : समीर हुसैन (रांची)