लोहरदगा(LOHARDAGA):लोहरदगा स्वास्थ्य विभाग इन दिनों अपने मुखिया के इंतजार में दो महिनों से वेट कर रहा है, लेकिन राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है.लोहरदगा सिविल सर्जन की कुर्सी दो महीने से खाली होने की वजह से जिला के तमाम स्वास्थ्य कर्मियों को उनका वेतन पिछले दो माह से नहीं मिल पाया है. जिसकी वजह से इनके सामने बच्चों और पारिवारिक ख़र्च की समस्या उत्पन्न हो गई है.
वेतन नहीं मिलने से स्वास्थ्यकर्मियों में आक्रोश है
स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि लोहरदगा के 55 चिकित्सकों सहित करीब दो सौ स्वास्थ्य कर्मियों और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का वेतन नहीं मिलने से इनके अंदर आक्रोश है.जिसकी वजह से आज तमाम स्वास्थ्य कर्मियों ने काला बिल्ला लगाने का फैसला लिया। अगर इनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो फिर ये हड़ताल पर जाने का तैयारी में है। सिविल सर्जन का पद लोहरदगा में पिछले दो माह से खाली है.
लोग सरकार से कर रहे है कई सवाल
यहां को लोगों का सरकार से सवाल है कि आखिर राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग लोहरदगा में सिविल सर्जन के इस पद को क्यों खाली छोड़ने का फैसला ले रखा है ये इनके समझ से परे है, लेकिन अंदरुनी मामला चाहें जो भी हो लेकिन बिना वेतन यहां स्थिति अब बिगड़ने लगी है, स्वास्थ्यकर्मी विरोध में नारे लगाने लगे हैं.
रिपोर्ट-गौतम लेनिन