रांची(RANCHI): झारखंड विधानसभा में आज वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया. इस बजट को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज है. विपक्ष बजट को खानापूर्ति बता रही है.
बजट पर भाजपा विधायक दल नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि बजट एक लाख 16 हजार 400 करोड़ का भारी भरकम पेश किया गया, लेकिन जब इससे अंदर देखें तो कृषि के क्षेत्र में ध्यान नहीं दिया गया है, जो परंपरागत चल रहा है, वही है, उसमें कुछ नया नहीं है.
“बजट बिना लाइन लेंथ का”
वहीं आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि बजट से राज्य की जनता को अपेक्षा रहती है, लेकिन बजट बिना लाइन लेंथ का है. यह सरकार तीन वर्षों में किसी भी एरिया में बेहतर बजट नहीं पेश कर पाई है. ये लोग सिर्फ समय काट कर रहे हैं. वर्तमान सरकार बजट में बस खानापूर्ति कर रही है. बजट में कई त्रुटि है. यहां के आम लोगों के लिए कुछ नहीं है. विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि सरकार ने सिर्फ बड़े बजट की घोषणा की है. कृषि के क्षेत्र में कुल बजट में 12 प्रतिशत ही दिया गया है. ग्रामीण इलाकों के बजट में कुछ नहीं है.
“बजट सिर्फ लूटो खाव बजट है”
वहीं भानू प्रताप शाही ने कहा कि बजट सिर्फ दिखाने के लिए इतना बड़ा है. झारखंड गठन के बाद अब तक का सबसे ख़राब बजट है. इस बजट से महिलाओं को दूर रखा गया है, जिस एरिया में बजट की रकम रखी गई है, उसमें अपना कमीशन सरकार का फिक्स है. पलामू, कोल्हान, रांची प्रमंडल को कुछ नहीं मिला है. बजट सिर्फ लूटो खाव बजट है.
रिपोर्ट: समीर हुसैन, रांची