टीएनपी डेस्क (Tnp desk):-पुलिस की वर्दी का खौफ तो गुंडा,मवालियों और बदमाशों का तो रहता ही है. इसके साथ ही खाकी आम आवाम की भी अपनी धौंस पट्टी दिखाते- दिखाते अपनी मिट्टी पलीद भी करा लेती है. जबकि कई पुलिसवाल ऐसे भी रहें, जिसने जनता के लिए अपनी जान की बाजी भी लगा दी और इस खाकी पर आंच नहीं आने दिया. आज हम बात ऐसे पुलिसकर्मी की करेंगे, जिसने अपने पद का दुरुपयोग किया, अपनी खाकी की इज्जत नहीं रखी और लालचीपन दिखाते हुए रुपए की मांग की .
झारखंड में रामगढ़ जिले के गोला थाना में पदस्थापित एसआइ मनीष कुमार को हजारीबाग के एसीबी की टीम ने बुधवार को 15 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ धर-दबोचा. एंटी करप्शन ब्यूरो की इस कार्रवाई से थाने में अफरा-तफरी की स्थिति कायम हो गई. मौके पर ही टीम ने आरोपित एसआइ को गिरफ़्तार कर जरुरी कागजी कार्रवई पूरी करने के बाद हजारीबाग ले गई
घूस मांगा था 20 हजार रुपए
इस बारे में बताया जा रहा है कि गोला थाना क्षेत्र के ग्राम कुम्हारदगा निवासी सहदेव कुमार ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो प्रमंडलीय कार्यालय हजारीबाग में शिकायत की थी. जिसमे कहा था कि गोला थाने में एक केस के सिलसिले में एसआई मनीष कुमार ने उससे 20 हजार रुपये की मांग कर रहा है. मामला गोला थाना में दर्ज कांड से संबंधित है. इसमें आवेदक की चचेरी बहू पिंकी कुमारी पति स्व खेमनाथ कुमार ने दीपक कुमार, निचासी सुंदरी भवन निकट अंजलि होटल कांटाटोली, रांची के खिलाफ केस दर्ज कराया है
केस से संबंधित मामले का अनुसंधान एसआई मनीष कुमार है, जिसने पैसे की मांग की. इसके बाद एसीबी ने जाल बिछा.या औऱ जांच के बाद एसीबी के टीम में शामिल पुलिस ने बुधवार को गोला थाना परिसर पहुंची और फिर एसआइ मनीष कुमार को 15 हजार रुपये घूस लेते पकड़ लिया
लेने के देने पड़ गये
एसआई के बारे में बताया जा रहा है कि एस आई मनीष कुमार पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं और गोला थाना में पदस्थापित है. उनका हाल ही में रामगढ़ जिले से ट्रांसफर कर खूंटी जिला में किया गया है, जहां योगदान देने से पहले ही भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. यह भी बताया गया कि रंगेहाथ पकड़े जाने के बाद एसआइ थाना परिसर में दौड़ कर भागने का प्रयास भी किया. टीम के जवानों ने उसे पकड़ लिया. टीम के जवानों को अपना आई कार्ड भी दिखाना पड़ा.