बोकारो(BOKARO): जिले के तेनुघाट ओपी थानाक्षेत्र से दो दोस्तों की एक खतरनाक मामला सामने आया है. जहां दोनों दोस्तों ने मिलकर पहले एक 60 वर्षीय बुजुर्ग की हत्या की, फिर हत्या के साक्ष्य को छिपाने के उद्देश्य से शव को तेनुघाट डैम किनारे गेस्टहाउस के बगल झाड़ियों में फेख दिया. मामले की सूचना मिलते ही तेनुघाट ओपी थाना प्रभारी भजनलाल महतो ने सदल-बल घटनास्थल पर पहुंचकर शव को बरामद करते हुए जांच पड़ताल में लग गए. अनुसंधान के दौरान शव की पहचान पेटरबार थानाक्षेत्र के ग्राम उलगड्डा, टोला पूर्णाडीह निवासी हेमलाल मुर्मू के रूप में हुई.
पुलिस के द्वारा मामले का उदभेदन करते हुए कांड में शामिल दो अपराधकर्मी विशाल कुमार सोरेन और चंदू डे, उर्फ रूपेश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. इसकी जानकारी बेरमो एसडीपीओ वशिष्ठ नारायण सिंह ने एसडीपीओ कार्यकाल तेनुघाट में प्रेस वार्ता कर दी.
जानकारी के अनुसार विशाल कुमार सोरेन और चंदू डे दोनों आपस में दोस्त थे. चंदू डे शादी-विवाह सहित विभिन्न पार्टियों में खाना बनाने का काम करता था. वह अपने साथ विशाल को भी ले जाया करता था. बताया जाता है कि हत्या की साजिश तब रची गई, जब विशाल कुमार सोरेन रिश्ते में चाचा लगने वाले बुजुर्ग हेमलाल मुर्मू के घर बैठकर शराब पी रहा था. तभी वहां एक युवती को देख कर विशाल उससे छेड़खानी करने की कोशिश करने लगा.
विशाल को ऐसा करता देख बुजुर्ग हेमलाल मुर्मू ने उसे रोकते हुए गाली-गलौज करने लगा. यही बात विशाल को नागवार गुजरी. तभी उसने बुजुर्ग से बदला लेने का मन बना लिया. यह बात विशाल ने अपने दोस्त चंदू डे को बताया, तो चंदू डे ने भी दोस्ती का फर्ज अदा करने का मन बनाते हुए इस हत्याकांड में शामिल हो गया.
फिर दोनों ने मिलकर पहले बुजुर्ग हेमलाल मुर्मू की हत्या की, फिर शव को छिपाने के उद्देश्य से तेनुघाट डैम के झाड़ियों में किनारे फेख दिया. लेकिन दोनों दोस्तों को क्या पता था कि गुनाह तो आखिर गुनाह ही होता है, और वो एक न एक दिन पुलिस के गिरप्त में आ ही जायेंगे. पुलिस की ततपरता से आखिरकार दोनों दोस्त पुलिस के गिरप्त में आकर जेल जाना ही पड़ गया.
रिपोर्ट:संजय कुमार,गोमिया
