दुमका (DUMKA) : हम अपने घरों में चैन की नींद सोते है यह सोच कर की हमारी रक्षा के लिए पुलिस जाग रही है. क्या कभी सोचा है कि झारखंड पुलिस बल के जवान भी इंसान है और आराम की जरूरत उसे भी है? लेकिन किस तरह दहशत के साए में पुलिस बल के जवान अपना जीवन बसर करते है, उसकी एक बानगी देखने को मिली दुमका जिला के हंसडीहा थाना में. हंसडीहा थाना दुमका जिला का सबसे महत्वपूर्ण थाना माना जाता है. नेशनल हाइवे के किनारे यह थाना है. एक तरफ सीमावर्ती बिहार का बांका जिला है तो दूसरी तरह झारखंड के गोड्डा जिला. आप पश्चिम बंगाल से दुमका होकर बिहार जा रहे हों या फिर गोड्डा से देवघर आपको हंसडीहा थाना के सामने से गुजरना ही होगा. इस थाना में पदस्थापित पुलिस पदाधिकारी और जवान की सक्रियता सबसे ज्यादा रहती है. डयूटी में मुस्तैद रहने वाले हंसडीहा थाना में पदस्थापित पुलिस और पदाधिकारी को आराम करने के लिए एक अदद छत भी नसीब नहीं है.
थाना का हाल बुरा
सरकार झारखंड पुलिस को सशक्त बनाने का दावा करती है. होनी भी चाहिए क्योंकि उग्रवादी से लेकर अपराधी तक सबसे पुलिस को लड़ना होता है.लेकिन सरकार का यह दावा हंसडीहा थाना को देख कर हवा हवाई ही लगती है. थाना को अपना एक अदद भवन भी नहीं है. पुराना भवन जर्जर हो चुका है जिसे परित्यक्त घोषित किया जा चुका है. इसके बाबजूद थाना प्रभारी का चैम्बर उस भवन में है जहाँ हमेशा सीलिंग गिरने का खतरा बना रहता है. टीन के एक शेड में सालों भर पुलिक कर्मी ओ डी करते है. परिसर में कुछ आवास भी बना है लेकिन वह भी पूरी तरह जर्जर हो चुका है. छत की सीलिंग कई बार गिरा है. कई जवान घायल भी हुए है. थाना स्तर से जप्त वाहन को रखने के लिए थाना परिसर में जगह नहीं है. नतीजा जप्त वाहन थाना के बाहर सड़कों को अतिक्रमित कर रखा गया है.
दहशत के साए में बीत रहा समय
हंसडीहा थाना की खस्ताहाल स्थिति पर एसपी अम्बर लकड़ा ने कहा कि विगत 2 वर्षों में जिले के 4 थाना को अपना भवन मिला है. अन्य थाना का भी अपना भवन हो और आधुनिक सुविधाओं से लैस हो इसकी पहल की गई है. आने वाले समय मे हंसडीहा थाना को भी अपना भवन होगा. अपना भवन हो इसकी पहल की गई है यह अच्छी बात है, लेकिन सवाल उठता है कि वर्तमान समय में हंसडीहा थाना में पदस्थापित जवान और अधिकारी जिस तरह नारकीय जीवन जी रहे हैं, दहशत के साए में समय व्यतीत करने को बाध्य है, ऐसी स्थिति में अगर कभी कोई हादसा हो जाए तो उसके लिए कौन जिम्मेवार होगा.