चाईबासा (CHAIBASA): पश्चिमी सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित सारंडा क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने आज सुबह एक बड़ी सफलता हासिल की है. छोटानागरा थाना और दीघा पंचायत के दिकुपोंगा गांव के समीप जंगल में छिपाकर रखे गए एक शक्तिशाली आइईडी (IED) को सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस ने निष्क्रिय कर दिया है.
सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की थी साजिश
भाकपा माओवादी नक्सलियों ने यह आइईडी सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जंगल के रास्ते में बिछाया था. सर्च ऑपरेशन के दौरान आज सुबह लगभग 7:30 बजे इसे खोजकर सावधानीपूर्वक जमीन के अंदर से निकाला गया और सुरक्षित रूप से निष्क्रिय किया गया.
तेज धमाके की गूंज से सहमे ग्रामीण
ग्रामीणों के अनुसार, विस्फोटक निष्क्रिय किए जाने के दौरान तेज आवाज सुनाई दी. जिससे आसपास के लोग घबरा गए. हालांकि, सुरक्षा बलों की सतर्कता से किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ.
सारंडा में अब भी सक्रिय हैं नक्सली
सारंडा के घने जंगलों में भाकपा माओवादी के कई बड़े नेता और कमांडर लंबे समय से शरण लिए हुए हैं. वे सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए इलाके में सैकड़ों आइईडी बम बिछा चुके हैं. जिनकी चपेट में आकर अब तक कई ग्रामीण, मवेशी और सुरक्षाकर्मी घायल हो चुके हैं.
नक्सलियों के सफाए के लिए अभियान जारी
झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ लगातार इस इलाके को नक्सल मुक्त बनाने के लिए अभियान चला रहे हैं. हाल ही में सुरक्षा बलों ने कई नक्सली ठिकानों को ध्वस्त किया है और बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद किए हैं. पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस क्षेत्र से नक्सलियों का खात्मा कर दिया जाएगा.
रिपोर्ट: संतोष वर्मा