देवघर(DEOGHAR): किसी से सच्ची मुहब्बत होती है तो अमूमन सबकी मर्ज़ी से शादी भी उसी से हो जाती है. अगर शादी नही होती है तो प्रेमी या प्रेमिका अपनी जिंदगी तक समाप्त करने का निर्णय ले लेते है. प्रेम विवाह में अधिकांशतः सुखी जीवन व्यतीत होता है,कई ऐसे भी होते है जिनके बीच समन्वय ठीक नहीं रहने पर तलाक जैसे मामले भी सामने आते रहता है. कुछ मामलों में प्रेम विवाह के बाद आपसी विवाद में पत्नी या पति अपनी जिंदगी समाप्त कर लेते हैं. ऐसा ही मामला देवघर के सारठ थाना क्षेत्र में देखने को मिला.
देवघर का लड़का और चकाई की लड़की के बीच हुआ था प्रेम विवाह
देवघर के सारठ थाना अंतर्गत चरकमरा गांव के हरिजन टोला का रहने वाला संजय दास को बिहार के चकाई थाना क्षेत्र की रहने वाली से मोहब्बत हो गया था. दोनों के बीच प्यार इतना बढ़ गया की दोनो की शादी परिवार वालों की सहमति से की गई थी. शादी के बाद कुछ दिनों तक पति पत्नी के बीच अच्छा संबंध स्थापित रहा. फिर अचानक किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया और तब से आपसी मनमुटाव भी होने लगा. 3 दिन पहले दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया की नौबत मारपीट तक आ गयी. इसके बाद गुड़िया द्वारा अपने परिजन को पूरी जानकारी फोन पर दे दिया गया. दो दिन पूर्व गुड़िया के पिता आए और उसे अपने साथ चकाई स्थित घर ले गए. पत्नी को मायके जाने के बाद अंदर के काफी टूट गया था संजय.
इस तरह किया जिंदगी समाप्त
पत्नी से विवाद फिर उसके मायके चले जाने से मानसिक तनाव से ग्रसित हो चुके संजय बीती रात खाना खाकर अपने कमरे में सोने चला गया. आज सुबह काफी देर तक उसके कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो परिवार वाले ने आसपास के पड़ोसी को बुलाया. पड़ोसी आने के बाद दरवाजा को तोड़ा गया. जैसे ही दरवाजा टूटा परिजनों में हाहाकार मच गया. संजय का शव फंदे से झूलता पाया गया. कमरे के अंदर लगे पाइप में गमछा लगाकर फंदे से झूलकर संजय ने अपनी ज़िंदगी की लीला समाप्त कर ली. शव को देखते ही परिजन रोने चिल्लाने लगे. स्थानीय लोगों की मदद से शव को उतारा गया. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस पहुंच शव को कब्जा में लेकर आगे की कार्यवाई में जुट गई है.
पति पत्नी के बीच अगर विवाद हो तो आपसी समन्वय से उसे सुलझाया जा सकता है. किसी भी परिस्थिति में संजय की तरह कदम उठाना कही से भी जायज नहीं ठहराया जा सकता.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा