Tnp Sports:-एशियन चैंपियनशिप में चैंपियन बनने के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम की अगली चुनौती ओलंपिक में टिकट कटाना है. पेरिस में होने वाले खेलों के महाकुंभ में स्थान सुनिश्चित करने के लिए शनिवार से रांची में ओलंपिक क्वालीफायर मुकाबले शुरु हो जाएंगे . कम से कम टॉप थ्री में तो आना ही पड़ेगा.
आठ टीमों के बीच होगा घमासान
ओलंपिक क्वालीफायर मुकाबले के मैच 13 जनवरी से शुरु होकर 19 जनवरी तक चलेंगे. जिसमे दो पुल बनाये गये हैं . पुल ए में जर्मनी, जापान, चिली औऱ चेक गणराज्य की टीमें हैं. वही, पुल बी में भारत, न्यूजीलैड, इटली और अमेरिका की टीमे हैं.
एशियन चैपंयिनशिप का टूर्नामेंट भी रांची में ही पिछले साल के आखिर में हुआ था. भारत यहां विजेता बना था. लेकिन, ओलंपिक क्वालीफायर मुकाबले में इंडिया की चुनौती कठीन होगी. क्योंकि इसमे जर्मनी जैसी दिग्गज टीम भी है. ग्रुप बी के मुकाबले में ही भारत को न्यूजीलैंड, अमेरिका, न्यूजीलैड और इटली से पार पाना होगा, तब ही सेमीफाइनल का टिकट कटा सकती है. हालांकि, भारतीय महिला हॉकी टीम अभी हाल ही में स्पेन में आयोजित पांच देशों के टूर्नामेंट खेलकर आयी है. लिहाजा, उसके हौंसले बुलंद है. ओलंपिक क्वालीफाइंग से पहले ये टूर्नामेंट तैयारियों को परखने का अच्छा मौका था.
अमेरिका के खिलाफ आगाज मैच
टर्नामेंट तो 13 जनवरी से शुरु हो जाएगा. लेकिन, भारत ग्रुप स्टेज में अपने अभियान की शुरुआत अमेरिका के साथ करेगी. दूसरा मैच 14 तारीख को न्यूजीलैंड के साथ खेलना है, यह मैच काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि किवी टीम मजबूत मानी जाती है. अपने ग्रुप स्टेज का आखिरी मैच 16 जनवरी को इटली के खिलाफ खेलेगी. यहां होने वाले मुकाबले में सबसे शीर्ष रैकिंग वाली टीम जर्मनी की है. जिसकी वर्ल्ड रैकिंग 5 नंबर की है. जो काफी मजबूत मानी जाती है. वही भारतीय महिला हॉकी टीम की वर्ल्ड रैकिंग 6वें पोजिशन पर है. लिहाजा, भारत की दावेदारी भी टूर्नामेंट में मजबूत है.
झारखंड के चार प्लेयर्स दिखालायेंगे जलवा
भारतीय महिला हॉकी टीम में झारखंड के भी चार महिला प्लेयर्स टीम में शामिल है. जो इस प्रकार हैं.
ब्यूटी डूंगडूग - सिमडेगा जिले के करंगागुड़ी गांव से से आने वाली ब्यूटी डूंगडूग तेज तर्रार मिडफिल्डर है. जो वक्त पड़ने पर आगे बढ़कर गोल भी विपक्षी टीम पर दाग देती है. मैच के दौरान मिड फिल्ड में इनके कंधें पर जिम्मेदारी होगी.
सलिमा टेटे – सिमडेगा जिले से ही आने वाली सलिमा टेटे भी मिडफिल्ड से खेलते ही , जो काफी फुर्तीबाज प्लेयर है. हॉकी के लिए उनका जुनून इस बात से ही समझ में आ जाता है कि बचपन में बांस की छड़ी से खेला करती थी. हॉकी के मैदान में उनका जलवा और हुनर का ही कमाल है कि एशिया हॉकी महासंघ ने 25 मार्च 2023 से 25 मार्च 2025 तक के लिए एशिया महादेश का एथलेटिक्स एंबेसडर बनाया है. सलीमा टेटे से एक आशा भरी निगाहें ओलंपिक क्वालीफायर मुकाबले में झारखंडवासियों को होगी .
संगीता कुमारी– सिमडेगा के ही करंगागुरी-नवाटोली के आदिवासी गांव से संगीता आती है और टीम की फोरवर्ड है. जो बॉल मिलने पर पलक झपकते ही विपक्षी खेमे के गोलपोस्ट पर बॉल डाल देती है. अभी उनका फॉर्म जबरदस्त चल रहा है. संगीता ने हाल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गये तीन मैचों की सीरीज में दो गोल के साथ टॉप स्कोरर रही थी.
निक्की प्रधान – झारखंड के खूंटी जिले के हेसल गांव से निक्की आती है. जो टीम में एक डिफेंडर के किरदार में नजर आयेगी. विपक्षी पेल्यर्स को अपने गोल पोस्ट में घुसने से रोकती है. निक्की एक तजुर्बेकार प्लेयर हैं. जो 2016 में आयोजित रियो और पिछली बार आयोजित टोकियों ओलंपिक में भी हिस्सा ले चुकी है. लिहाजा, उनके पास एक अच्छा अनुभव है, जिसका फायदा टीम को मिलेगा.
जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम में सारे मुकाबले खेले जाएगे, इसे देखते हुए भारतीय टीम को स्थानीय लोगों का समर्थन रहेगा. सभी को उम्मीद होगी कि कप्तान सविता पुनिया की अगुवाई में टीम कम से कम टॉप थ्री में अपना स्थान सुनिश्चित करें और ओलंपिक के लिए क्वालीफाय करें.