टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-पुणे के बहुचर्चित आतंकी आईएस मॉड्यूल मामले में जांच कर रही एनआईए की महाराष्ट्र शाखा ने हजारीबाग से आईएस आतंकी शहनवाज आलम को रिमांड पर ले लिया है. मुंबई में शहनवाज से पूछताछ चल रही है . उसकी गिरफ्तारी करीब डेढ़ महीने पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ने की थी . इसके बाद एनआईए मुंबई ने मामले में अपनी जांच शुरू की थी. एनआईए को 21 नवंबर तक पूछताछ करने की अनुमति है
हजारीबाग के रहने वाला है शहनवाज आलम
शहनवाज मूल रुप से झारखंड के हजारीबाग के कटकमसांडी स्थित पेलावल रोड न्यू महमूदा हाउस का रहने वाला है. उसके पिता का नाम सफिउर्रहमान है. एनआईए के मुताबिक शहनवाज का वर्तमान पता पुणे के कोंधवा मीठानगर में ए-1 बिल्डिंग चेतना गार्डेन के फ्लैट नंबर 17 में है.उसे करीब डेढ़ महीने पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली से पकड़ा था. इसके बाद एनआईए मुंबई ने उसकी अपने केस में गिरफ्तारी दिखाते हुए छानबीन शुरू की है
शहनवाज की खूनी साजिश का पर्दाफाश
एनआईए के अनुसंधान में यह बात सामने आई की शहनवाज, आतंकी गतिविधियों के प्रचार-प्रसार, देश के धार्मिक स्थलों के पास आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए रेकी करने, गोली चलाने, बम बनाने व आईईडी ब्लास्ट करने का प्रशिक्षण लेने के आरोपों की पुष्टि हुई है.एनआईए ने पुणे आईएसआईएस माॅड्यूल केस में अपनी आठवीं महत्वपूर्ण गिरफ्तारी के रूप में दिखाया है. एनआईए के अनुसंधान में यह खुलासा हुआ है कि आईएसआईएस पुणे माड्यूल मामला देश में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना से संबंधित था. बताया जा रहा है कि इस केस से जुडे सभी सदस्य देश की अमन-चेन को छीन कर जगह-जगह खूनी खेलना चाहते थे. इनका मकसद बम बलास्ट कर आतंक फैलाने की थी. बताया जा रहा है कि इतना बड़ा खूनी खेल खेलने की योजना था कि सभी स्थानों की रेकी कर ली गई थी, जहां बम को लगाया जाना था. इन सभी लोगो की कमान विदेश में स्थित आईएस मुख्यालय थी, जिसके दिशा-निर्देश समय-समय पर इन लोगों को मिल रहे थे.
फरार हो गया था शहनवाज
एनआईए से मिली जानकारी के मुताबिक, पुणे पुलिस की जांच के दौरान 19 जुलाई को शहनवाज फरार हो गया था . दरअसल, पुणे पुलिस ने शहनवाज के साथ उसके दो साथी इमरान औऱ यूनुस को बाइक चोरी करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया था. शहनवाज मौका देखकर फरार हो गया था. इसके बाद NIA ने इसकी तसल्ली से तफ्तीश शुरु की , तो मालूम पडा कि शहनवा बाइक चोर नहीं आईएसआईएस आतंकी संगठन के सदस्य हैं. इसके बाद एनआईए ने उसे फरार घोषित किया और इनाम रखा. जो भी शहनवाज के बारे में जानकारी देता एनआईए उसे तीन लाख रुपए देती . हालांकि, बाद में वह दिल्ली में पकड़ा गया