गुमला (GUMLA) : गुमला जिला के विभिन्न प्रखंडों से होकर भारत सरकार के द्वारा प्रस्तावित भारत माला सड़क का निर्माण किया जाना है. भारत माला सड़क योजना के तहत गुमला में एक लंबी सड़क का निर्माण होने जा रहा है, जिसको लेकर प्रक्रिया अंतिम चरण में है. वही इसको लेकर जमीन मालिकों ने अभी से सड़क निर्माण का विरोध करना शुरू कर दिया गया है. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौप कर सड़क का निर्माण ना करने की अपील की गई है. इसे लेकर काफी संख्या में ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंचकर सड़क निर्माण का विरोध कर रहे है.
क्या है ग्रामीणों की मांग
इस मामले में ग्रामीणों का स्पष्ट कहना है कि वे अपनी जमीन किसी को भी नही देंगे,सरकार को सड़क निर्माण करना है तो पूर्व की ही सड़क का चौड़ीकरण करे वे अपनी जमीन सड़क निर्माण के लिए नहीं देंगे. उनका कहना है कि सारी जमीन उपजाऊ जमीन है जिसे देने के बाद वे भूखे मरने को मजबूर हो जाएंगे.
नौकरी नहीं देने वाली सरकार अब जमीन भी ले रही हैं- राजेश मिंज
आंदोलन कर रहे राजेश मिंज की माने तो आज के समय में सरकार तो किसी को नौकरी दे नहीं रही है वही जिन लोगों के पास थोड़ी बहुत जमीन है जिससे वे अपने परिवार का लालन पालन करते हैं .उस जमीन को भी सरकार सड़क बनाने के नाम पर लेना चाह रही है . ऐसी स्तिथि में वे भूखे मरने को मजबूर हो जायेगे,ग्रामीण दिकू उरांव की माने तो सरकार केवल बड़े लोगों के बारे में सोचती है गरीबो को चिंता नहीं करती है. सरकार के इस रवैये के बाद तो ये लोग कभी भी अपनी जमीन नही देंगे. वही इसे भारत सरकार का मामला बताते हुए कोई पदाधिकारी कुछ भी बोलना नहीं चाह रहा है.
जमीन देने के बाद कैसे चलेगी जिंदगी
किसी भी इलाके के विकास के लिए सड़कों का होना बहुत जरूरी है ऐसे में कुछ लोगों का मानना है कि उन्हें सड़क निर्माण में अपनी जमीन देनी चाहिए. वही जिन ग्रामीणों का परिवार उसी जमीन की खेती से चलता है वैसे लोगों की जमीन चले जाने के बाद उनकी जीविका कैसे चलेगी इस बारे में भी सरकार को गंभीरता से सोचने की आवश्यकता है.