रांची(RANCHI): झारखंड में चुनाव भले ही खत्म हो गया. परिणाम भी सबके सामने है. इंडिया को जीत और एनडीए को करारी हार का सामना करना पड़ा है. इस बीच अब फिर से भानु प्रताप शाही और इरफान अंसारी चर्चा में बने है. भानु के पुराने बयान पर इरफान अंसारी तंज कसा तो वापस से शाही हमलावार हो गए. अपने पुराने बयान पर डटे हुए है. साथ ही इरफान अंसारी के लिए पाँच साल राहत वाला बता दिया. लेकिन दुहराया कि जब भी सत्ता में आएंगे. भाभी के अपमान का बदला लेंगे. इसकी माफी नहीं मिलने वाली है.
दरअसल जामताड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी इरफान अंसारी ने सीता सोरेन को लेकर एक बयान दिया था. जिसकी आलोचना हर तरफ हो रही थी. इस बीच अब चुनाव में ही भवनाथपुर विधानसभा से भाजपा के उम्मीदवार भानु प्रताप शाही ने इरफान अंसारी पर बुलडोजर चलाने की बात कही थी. दावा किया था कि सरकार बनने के दूसरे दिन इरफान अंसारी के घर पर बुलडोजर चला दिया जाएगा.
अब भानु प्रताप शाही खुद चुनाव हार गए साथ ही पूरी भाजपा को चुनाव में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है. ऐसे में इरफान अंसारी कहाँ चुप बैठने वाले थे जीत के दूसरे दिन ही अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर भानु के दर्द पर मरहम लगाने की कोशिश करने लगे. साथ ही तंज वाले अंदाज में लिखा कि भानु का सपना पूरा नहीं हो पाया. साथ ही एक सलाह दिया कि सेकुलर की राजनीतिक करते तो ऐसा हाल नहीं होता. अब भी समय है वापस से अपनी पुरानी राजनीति में आ जाए
इसपर भानु प्रताप शाही ने फिर दोहराया है कि भाभी सीता का अपमान करने वालों को माफ नहीं करेंगे. चुनाव भले ही हार गए लेकिन जो गलती इरफान ने किया है उसकी सजा उन्हे देने का काम करेंगे. इरफान अंसारी अब खुद दोबारा मंत्री बनने की लॉबी कर रहे है. अब पाँच साल इरफान के लिए राहत है लेकिन वापसी होगी और बुलडोजर भी चलेगा.