दुमका(DUMKA): शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के गंधर्वपुर एवं पंचवाहिनी में सोमवार को कोल कंपनी की तरफ से सर्वे करनी गई टीम को ग्रामीणों ने 5 घंटे तक रोक कर रखा. इसके बाद सर्वे करने गई टीम से दोबारा बगैर ग्राम सभा की अनुमति के गांव में प्रवेश नहीं करने का लिखित लिया गया. ग्रामीण पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद सर्वे टीम के सदस्यों सकुशल छोड़ दिया. उन लोगों के साथ किसी प्रकार की कोई ज्यादती नहीं की गई और ना ही सर्वे की सामग्री को नष्ट किया गया.
सर्वे करने गई फ्लावर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सदस्य उज्जवल कुमार सिंह द्वारा लिखित दिये गए कागजात के अनुसार वे लोग कोयला कंपनी के निर्देशानुसार सोमवार को गंधर्वपूर और पांच वाहिनी में रोड, घर, मंदिर, स्कूल आदि का सर्वे करने के लिए कार्य जैसे ही प्रारंभ किया, ग्राम प्रधान के नेतृत्व में काफी संख्या में ग्रामीण पहुंचकर इन लोगों से ग्राम सभा में अनुमति लिए बगैर कार्य करने के संबंध में जब पूछा तो वे लोग कुछ भी बताने में समर्थ रहे, क्योंकि इन लोगों ने ग्राम सभा से इसके लिए किसी प्रकार की कोई अनुमति नहीं लिया था. इसलिए ग्रामीण आक्रोशित होकर 5 घंटे तक इन लोगों को रोक कर रखा तथा दिन के 3:30 बजे इन लोगों द्वारा लिखित कागजात प्रस्तुत करने के साथ दोबारा बगैर ग्राम सभा की अनुमति के यहां कार्य करने के लिए नहीं आने का भरोसा दिया. टीम में उज्जवल कुमार सिंह के साथ असीम बाग, मंगलदीप माझी, सहित पांच लोग शामिल थे.
इस संबंध में अंचल अधिकारी कपिल देव ठाकुर से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि इस संबंध में किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं है और ना ही कंपनी द्वारा इसकी जानकारी दी गई है. प्रभारी थाना प्रभारी गणेश पासवान से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी अंचल अधिकारी से प्राप्त हुई है. जांच हेतु क्षेत्र में निकला हूं. कंपनी द्वारा किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी गई है.
ज्ञात हो कि दुमका के शिकारीपाड़ा में कोल ब्लॉक आवंटित हुआ है. लेकिन ग्रामीण कोल ब्लॉक का जबरदस्त तरीके से विरोध कर रहे है. विरोध स्वरूप ही ग्रामीणों ने कोल ब्लॉक आवंटित गांव में किसी भी अजनवी को बगैर ग्राम सभा की अनुमति के प्रवेश वर्जित से संबंधित बोर्ड लगाया गया है.इसके बाबजूद सर्वे टीम गांव पहुचीं थी. नतीजा ग्रामीणों ने 5 घंटे तक सर्वे टीम को रोके रखा.
रिपोर्ट: पंचम झा