दुमका(DUMKA): भारत एक कृषि प्रधान देश है और देश की आत्मा गांव में बसती है. केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक किसानों की आर्थिक उन्नति का प्रयास कर रही है. आज के समय मे बिजली को विकास का पैमाना माना जाता है, इसके बावजूद अगर दुमका जिले के ग्रामीण क्षेत्र में महीनों बीतने के बावजूद एक अदद ट्रांसफार्मर नहीं बदला जा सके तो ग्रामीणों की परेशानी को समझा जा सकता है.
4 महीने से खराब है ट्रांसफार्मर
हम बात कर रहे हैं दुमका जिला के जरमुंडी प्रखंड के लोरी घाघर गांव की. गांव का ट्रांसफार्मर करीब 4 महीने से खराब पड़ा है. इस बीच ग्रामीण अपने स्तर से विभाग से लेकर आपकी योजना, आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में ट्रांसफार्मर बदलने के लिए आवदेन दे चुके हैं. लेकिन सार्थक परिणाम नहीं निकल पाया है. ग्रामीण परेशान हैं. ग्रामीणों का मुख्य पेशा कृषि है, लेकिन विद्युत व्यवस्था बहाल नहीं रहने से लोगों को कृषि कार्य में परेशानी हो रही है. लालटेन के सहारे बच्चों की पढ़ाई हो रही है. मोबाइल चार्ज करने के लिए भी लोगों को दूसरे गांव की ओर रुख करना पड़ रहा है. यह गांव झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के विधान सभा क्षेत्र में आता है, इसके बावजूद किसान परेशान हैं.
अभियंता ने ये कहा
विभाग के कनीय अभियंता ने दूरभाष पर बताया कि ग्रामीणों के आवेदन को बढ़ा दिया गया है. ट्रांसफार्मर आने पर ही लग पाएगा. लोगों का कहना है कि अगर गांव में बिजली व्यवस्था दुरुस्त हो जाए तो विद्युत उपभोक्ता बनकर सिंचाई कर खेती करेंगे.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका