धनबाद(DHANBAD): जिसकी संभावना व्यक्त की जा रही थी, आखिरकार वही हुआ. सूर्य देव सिंह गठित जनता मजदूर संघ के आखिरकार चार टुकड़े हो ही गए. रामधीर सिंह फैमिली ने भी एक नया श्रमिक संगठन खड़ा कर लिया है. नाम दिया गया है राष्ट्रीय जनता कामगार संघ. इस मजदूर संगठन की अगुवाई रामधीर सिंह की पत्नी इंदु देवी और पुत्रवधू आसनी सिंह करेगी. इंदु देवी अध्यक्ष और आसनी सिंह महामंत्री बनी है. घोषणा की गई है कि जल्द ही संगठन का विस्तार किया जाएगा.
संघ की केंद्रीय कमेटी में 11 पदाधिकारी और 13 सदस्य शामिल किए गए
संघ की समितियां बीसीसीएल, सीसीएल , ईसीएल के साथ सेल समेत अन्य संस्थानों में गठित की जाएगी. संघ की केंद्रीय कमेटी में 11 पदाधिकारी और 13 सदस्य शामिल किए गए हैं. कहा गया कि अलग श्रमिक संगठन का गठन जरूरी हो गया था .खासकर उन श्रमिकों का काम नहीं हो रहा था, जो लंबे समय से रामधीर सिंह से जुड़े हुए थे. ऐसे श्रमिकों का भी दबाव था. रामधीर सिंह के आदेश पर ही राष्ट्रीय जनता कामगार संघ का गठन किया गया है. अलग श्रमिक संगठन बनाने की तैयारी 6 महीने से चल रही थी. निबंध की प्रक्रिया पूरी होने का इंतजार किया जा रहा था. जल्द ही सदस्यता अभियान की शुरुआत करने की घोषणा की गई है.
श्रमिक संगठन का निबंधन दिसंबर 2023 का है. पहले सिंह मेंशन का एक ही श्रमिक संगठन जनता मजदूर संघ था. सिंह मेंशन का कुनबा बढ़ता गया और श्रमिक संगठन में टूट होती चली गई. परिवार में लोगों की महत्वाकांक्षाएं बढ़ी और विभाजन होता गया. 1977 में राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ से अलग होकर सूर्य देव सिंह ने जनता मजदूर संघ की स्थापना की थी. उस समय सूर्य देव सिंह, बच्चा सिंह, रामधीर सिंह, राजन सिंह समेत अन्य भाई संयुक्त रूप से रहा करते थे. सूर्यदेव सिंह के निधन के बाद बच्चा सिंह ने अलग श्रमिक संगठन बना लिया और इसका नाम दिया गया जनता श्रमिक संघ बच्चा गुट .इसके बाद जनता श्रमिक संघ में कुंती गुट भी काम काम करने लगा. कुंती देवी महामंत्री बनी तो राम धीर सिंह अध्यक्ष बनाए गए थे. बाद में झारखंड ट्रेड यूनियन रजिस्ट्रार के आदेश पर रामधीर सिंह को अध्यक्ष पद से हटना पड़ा. 2006 में बच्चा सिंह ने अलग संगठन बना लिया था .उस समय पूर्व विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी अध्यक्ष बने थे तो बच्चा सिंह महामंत्री बने थे. असली और नकली जनता मजदूर संघ को लेकर लंबे समय तक विवाद चला.
2022 में जनता श्रमिक संघ का फिर एक टूट हुआ और जनता श्रमिक संघ के नाम से मजदूर संगठन का गठन हुआ. इसकी कमान अभी पूर्व विधायक संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह के हाथ में है. फिर 2024 में जनता श्रमिक संघ का एक और टूट हुआ और रामधीर सिंह का परिवार अलग श्रमिक संगठन बना लिया है.जो भी हो लेकिन एक समय जनता मजदूर संघ का कोयलांचल के मजदूरों पर जबरदस्त पकड़ थी. लेकिन समय के साथ यह पकड़ ढीली पड़ती गई और सिंह मेंशन परिवार के बीच राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं जैसे-जैसे बढ़ती गई ,जनता मजदूर संघ में टूट होता चला गया.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो