रांची(RANCHI): गर्मी का मौसम आते ही पूरे राज्य में बिजली की मार चारों तरफ देखने को मिलती है. राज्य के हर शहरों में बिजली की आँख मिचौली गर्मी के मौसम में चलती रहती है. हर जगह से बस यह ही खबर आती है कि लोड शेडिंग की मजबूरी है जिसके कारण बिजली की कटौती की जा रही है. राजधानी रांची समेत, कोल्हान, पलामू और संताल-परगना प्रमंडल में लोड शेडिंग के कारण बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई है. शहर हो या गांव सब जगह लोग बिजली के हाल से बेहाल हैं.
हवा हवाई साबित हुआ सीएम का वादा
हाल ही में राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन ने गर्मी से लोगों को राहत देने के लिए एक बड़ा ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि अब राज्य भर में उर्जा विभाग द्वारा लोड शेडिंग के कारण होने वाले बिजली कटौती को रोक दिया जाएगा. साथ ही अगर राज्य में बिजली कम पड़े तो बाहर से बिजली खरीदकर राज्य की जनता को गर्मी में परेशानी से बचाया जाएगा. लेकिन अब बिजली की इतनी कटौती देखकर तो यहीं लग रहा है कि राज्य भर के लोगों को बिजली से राहत नहीं मिलने वाली है.
मुख्यमंत्री के इस आदेश के बाद तो यहीं लग रहा था कि, अब राज्य कि जनता को गर्मी से थोड़ी सुकून मिलेगी. लेकिन शुरूआती गर्मी में ही बिजली की यह हाल देख आम लोगों के पसीने अभी से छूटने लगे हैं.
600 मेगावाट बिजली खरीदने का दिया गया था आदेश
सीएम हेमंत सोरेन के इस राहत देनेवाले ऐलान के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी. तो, वहीं उर्जा विभाग इसको लेकर बाहर से 600 मेगावाट अतिरिक्त बिजली खरीदने की तैयारी में है. जिसमें उर्जा सचिव सह झारखंड उर्जा विकास निगम के सीएमडी अविनाश कुमार ने जेबीवीएनएल को जितनी जल्दी हो सके 600 मेगावाट बिजली खरीदने का आदेश दिया है. जिसके बाद 140 मेंगावाट ही बिजली बाहर से मिल पाई है. अभी तक 600 मेगावाट बिजली उपलब्ध नहीं है. लेकिन आगे इसका इंतजाम किया जा रहा है. अब देखने वाली बात यह होगी की बिजली विभाग के अधिकारी कब तक बाहर से बिजली खरीद कर आम लोगों को इस प्रचंड गर्मी से राहत दे पाती है.