धनबाद(DHANBAD): झारखंड में राजनीतिक सरगर्मी तेज है. तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे है. बात अभी पूरी तरह से हवा में है, लेकिन सोशल मीडिया में भाजपा के समर्थक अपने नेता को मंत्री बनाने तक का दावा करने लगे है. धनबाद के भाजपाई तो सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गए है. भाजपा विधायक राज सिन्हा के एक समर्थक अजय कांत सिन्हा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है कि यदि झारखंड में झामुमो और भाजपा गठबंधन की सरकार बनती है, तो धनबाद के विधायक राज सिन्हा जी का मंत्री बनना तय है .
इसके बाद तरह-तरह के कमेंट किये जा रहे है. प्रतिक्रिया दी जा रही है. कोई राज सिन्हा के पक्ष में कुछ लिख रहा है तो कोई राज सिन्हा के खिलाफ. कोई कह रहा है कि भाजपा वाले दिन में सपना देख रहे हैं, ऐसा कुछ होने वाला नहीं है. यदि हेमंत सोरेन ऐसा करते हैं तो यह कदम उनके राजनीतिक पतन का कारण बनेगा. कोई कह रहा है कि हेमंत सोरेन मंईया सम्मान योजना की राशि नहीं दे पा रहे हैं, इसलिए भाजपा के आगे घुटने टेकने जा रहे है.
कोई यह भी कह रहा है कि अगर गठबंधन की सरकार बनी तो ढुल्लू महतो सीएम बनेगे. कोई कह रहा है कि ऐसा होगा तो आधा झामुमो साफ हो जाएगा, महाराष्ट्र की तरह. एक यूजर की प्रतिक्रिया है कि झारखंड झुकना नहीं सीखा है, ना कभी झुका था और ना कभी झुकेगा. खैर, यह तो हुई धनबाद की बात, लेकिन अगर भाजपा के कुछ बड़े नेताओं से बात करने के बाद वह तो आंकड़े भी प्रस्तुत करने लगे है. बताते हैं कि 2024 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को 56 सीटों का प्रचंड बहुमत मिला था. इसमें 34 सीट झामुमो के खाते में गई थी, 16 सीट कांग्रेस को , चार सीट राजद और दो सीट लेफ्ट पार्टी की थी. बीजेपी के पास 20 सीट है.
अब अगर झामुमो महागठबंधन का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बनाता है, तो नया समीकरण बिल्कुल अलग हो जाएगा. भाजपा और झामुमो की सीट मिलाकर ही बहुमत पूरी हो जाएगी. झामुमो के पास 34 सीट हैं और बीजेपी के पास 20, दोनों की सीट मिलकर 54 हो जाएगी. झारखंड में सरकार बनाने के लिए महज 42 सीटों की जरूरत है. इस तरह बीजेपी और झामुमो मिलकर आसानी से सरकार बना सकते है. साथ में यह भी कह रहे हैं कि अगर पूरा एनडीए साथ आया, तो समीकरण कुछ अलग होगा. 34 झामुमो की सीट , 20 बीजेपी की सीट , आजसू , लोजपा और जदयू की एक -एक सीट मिलाकर कुल 57 सीट हो जाएंगी. इस तरह महागठबंधन से टूटकर झामुमो ,एनडीए का हिस्सा बन जाएगा. इस तरह भाजपा के साथ मिलकर झामुमो सरकार बना सकता है.
हालांकि झामुमो की ओर से लगातार इन सब अटकलों पर पर विराम लगाया जा रहा है. दरअसल, हेमंत सोरेन, विधायक कल्पना सोरेन के साथ कई दिनों से दिल्ली में है. इधर, झारखंड में अटकलों का बाजार गर्म है. तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है. हालांकि झामुमो अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इन सारी अफवाहें को बेवजह बता रहा है. जो भी हो हेमंत सोरेन के दिल्ली से लौटने बाद ही स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. दरअसल ,अफवाहे बहुत पहले से है. बिहार चुनाव में झामुमो को एक भी सीट नहीं मिलने से हेमंत सोरेन नाराज चल रहे है. उसके बाद उनके दिल्ली में रहने से तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे है. केंद्र सरकार से वाजिब हक़ नहीं मिलने की बात भी चर्चे में है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
