चाईबासा(CHAIBASA): पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोईलकेरा प्रखंड के बीआरसी के लेखापाल आशुतोष कुमार श्रीवास्तव के द्वारा कस्तुरबा गांधी बालिका अवासाय विद्यालय के रात्री प्रहरी दिलीप कुमार साव को भेड़र बनाकर उसके खातें में फर्जी भाउचर दिखा कर करीब 30 लाख रूपये निकाल लिए जाने का मामला प्रकाश में आया था. इसे लेकर बीस सुत्री अध्यक्ष के द्वारा भी जांच का मांग किया गया था. इस मामले को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए उपायुक्त अनन्य मित्तल द्वारा शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय शिक्षा पदाधिकारी चक्रधरपुर और गोईलकेरा के प्रखंड विकास पदाधिकारी को संयुक्त रूप से जांच कमेटी में शामिल कर मामले की जांच करने का निर्दश 27 दिसंबर को दी गई थी. उपायुक्त के द्वारा बनाए गये संयुक्त जांच दल को जिले के प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी डीईओ ललन कुमार द्वारा तीन दिन में निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया था. इसी जांच के क्रम में जांच दल के पदाधिकारी ने सभी पहलुओं पर जांच कर करीब पांच सौ पन्ने का जांच रिपोर्ट शिक्षा विभाग के डीईओ को सौंपी. इस जांच रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई करने की अनुशंसा के लिए उपायुक्त के समक्ष सौंप दिया गया.
उपायुक्त ने कार्रवाई की अनुशंसा की
इधर, उपायुक्त नें भी कार्रवाई करने की अनुशंसा कर दी, जिसे राज्य निर्देशालय के पास भेज दिया गया है. इस सबंध में बातचीत के क्रम में प्रभारी डीईओ ललन कुमार नें बताया कि जांच रिपोर्ट में कुल 16 स्कुलों के हेडमास्टरों की संल्पित्ता पाई गई है, जिसे कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. वहीं उपायुक्त के द्वारा रात्री प्रहरी को सेवा मुक्त करने का निर्देश भी जारी कर दिया गया है और प्रखंड प्रसार शिक्षा पदाधिकारी बीईओ से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है. इधर, लेखापाल अशुतोष कुमार श्रीवास्तव नें वित्तीय नियमावली का घोर उल्लंघन करते हुए रात्री प्रहरी दिलीप कुमार साव को भेंडर बनाया था, जो पुरी तरह गलत कार्य किया गया है और उसके खातें में फर्जी भाउचर बनाकर 29.41 लाख रूपये की निकासी कर ली गई है. रात्री प्रहरी को बर्खास्त कर दिया गया और लेखापाल के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई करते हुए बर्खास्तगी की अनुशंसा की गई है. अब राज्य निदेशाल्य से जैसे ही निर्देश आयेगी सभी पर कार्रवाई होगी. उन्होनें साफ-साफ शब्दों में शिक्षा विभाग में इस तरह के भ्रष्टाचार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और सभी पर कार्रवाई होना तय है.
रिपोर्ट: संतोष वर्मा, चाईबासा