रांची (TNP Desk) : उलगुलान न्याय महारैली को भव्य और ऐतिहासिक बनाने को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर बड़ी बैठक हुई. यह बैठक मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की अध्यक्षता में हुई. बैठक में महारैली से जुड़े समिति के लोग शामिल हुए. वहीं इंडिया गठबंधन में शामिल झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और माले के नेताओं ने हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की अध्यक्षता में हुई बैठक में उलगुलान न्याय महारैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए मंथन किया गया और रणनीति बनाई गई.
उलगुलान न्याय महारैली में राष्ट्रीय स्तर के कई नेता होंगे शामिल
रांची के प्रभात तारा मैदान में 21 अप्रैल को होने वाली उलगुलान न्याय महारैली को लेकर दावा किया जा रहा है कि इसमें पांच लाख से ज्यादा लोग शामिल होंगे. आयोजित स्थल पर महारैली को भव्य रूप देने की तैयारी जोरों शोर से चल रही है. बताया जाता है कि सारी तैयारियां पूरी हो गयी है अब अंतिम रूप दिया जा रहा है. इस रैली में राष्ट्रीय स्तर के कई नेता शामिल होंगे. जिसमें 14 नेताओं ने अपनी सहमति दे दी है. राष्ट्रीय स्तर के जो नेता शामिल होंगे उनमें कांग्रेस के राष्ट्रीय मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका चुतर्वेदी, पंजाब के सीएम भगवंत मान, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, संजय सिंह, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, फारुख अब्दुल्लाह, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित अन्य नेता शामिल हैं.
सीएम चंपाई सोरेन के हाथों में कमान
वहीं उलगुलान न्याय महारैली को सफल बनाने के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने मोर्चा संभाल लिया है. उन्होंने अपने हांथों में कमान ले ली है. महारैली को सफल बनाने के लिए सीएम चंपाई सोरेन लगातार बैठकें कर रहे हैं. पुलिस प्रशासन से बातचीत कर रहे हैं. तैयारी में किसी तरह की कोताही न हो इसको लेकर लगतार निर्देश दे रहे हैं. पहले उलगुलान न्याय महारैली का कमान पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के हाथों में थीं. जिसको लेकर विरोधियों का गुस्सा का सामना भी करना पड़ा. यही वजह है कि उलगुलान न्याय महारैली का मोर्चा मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन खुद ही संभाल लिया है. इस महारैली के माध्यम से केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी के खिलाफ हल्ला बोल करेंगे. वहीं झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने इस रैली को अन्याय और न्याय की लड़ाई से जोर दिया है.