धनबाद(DHANBAD) : 2019 में भी झरिया में अंतरराष्ट्रीय ठग गिरोह का खुलासा हुआ था. अमेरिका के लोगों को झांसा देकर उनके बैंक खातों से करोड़ों की साइबर ठगी हुई थी. पुलिस ने एक कॉल सेंटर में छापेमारी कर कई लोगों को गिरफ्तार किया था. इस बार चीन का कनेक्शन सामने आया है. झरिया में हुए एक बड़े खुलासे से लोग ही नहीं, पुलिस भी अचरज में पड़ गई है. पुलिस को करोड़ों रुपए के ट्रांजैक्शन का पता चला है. फेयर गेमिंग ऑनलाइन एप के जरिए झरिया में बैठकर देश ही नहीं, विदेश के लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाले तीन कुख्यात साइबर अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों में रवि रंजन ठाकुर, किशोर कुमार सिंह, सुहेल अंसारी शामिल है. पुलिस को उनके पास से एटीएम कार्ड ,डेबिट कार्ड, फर्जी मोबाइल सिम सहित अन्य समान मिले है.
बात इतनी ही नहीं है, इन साइबर अपराधियों के बैंक अकाउंट खंगालने पर एक करोड रुपए से अधिक के ट्रांजैक्शन का पता चला है. सिंदरी एसडीपीओ भूपेंद्र प्रसाद राउत ने बताया कि ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए ठगी की सूचना पर गठित टीम ने छापेमारी कर पहले रवि रंजन को पकड़ा. उसकी निशानदेही पर दो अन्य को पकड़ा गया. गिरोह के किंगपिन दिल्ली और चीन में बैठकर इसे संचालित कर रहे है. पकड़े गए अपराधियों से पुलिस को कई सुराग मिले है. जानकारी यह भी निकल कर आ रही है कि रवि रंजन ठाकुर पहले दिल्ली में रहता था. इस दौरान वह गेमिंग एप के जरिए ठगी करने वाले गिरोह के संपर्क में आया.
इसके बाद वह गिरोह से जुड़ गया. किसी को पता नहीं चले, इसलिए झरिया के कोलियरी इलाकों को वह अपना ठिकाना बना लिया और गिरोह बनाकर ठगी करने लगे. ठगी के पैसे में से तीनों को 15 से 20% तक कमीशन मिलता था. इस सफलता के बाद पुलिस गिरोह के अन्य लोगों तक पहुंचने की लगातार कोशिश कर रही है. यह भी जानकारी मिली है कि तीनो का जब बैंक खाता खंगाला गया तो दो महीने के भीतर रवि रंजन के खाते में 73 लाख, किशोर कुमार सिंह के खाते में 52 लाख और सोहेल के खाते से 9 लाख के ट्रांजैक्शन का पता चला है. धनबाद पुलिस के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है. इसको आधार बनाकर अगर जांच की कार्रवाई आगे बढ़ी तो और कई सनसनीखेज खुलासे हो सकते है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो