धनबाद (DHANBAD): धनबाद से जीटी रोड होते हुए अगर निरसा की ओर जाना हो तो पहले पता कर ले कि गोविंदपुर में जाम है अथवा नहीं. अगर बिना जाने समझे जाने को ठान ली तो समझिए की जाम में फंसना तय है. आप निरसा की ओर जा पाएंगे अथवा नहीं, इसकी भी कोई गारंटी नहीं है. यह जाम रोज का रूटीन बन गया है. ऐसी बात नहीं है कि प्रशासनिक अधिकारियों सहित गोविंदपुर पुलिस को यह सब नहीं मालूम है, बावजूद कोई इस ओर ध्यान नहीं देता.
चार घंटे जाम मे फंसे रहे धनबाद के विधायक
सोमवार को धनबाद से निरसा जाने के क्रम में टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के पास जीटी रोड पर धनबाद के विधायक राज सिन्हा बुरी तरह फंस गए. अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ लगभग 4 घंटे की मेहनत के बाद मुश्किल से जाम से उनकी गाड़ी बाहर निकल पाई. विधायक ने धनबाद के डीसी को फोटो और वीडियो भेज कर इस जाम से राहत दिलाने की मांग की लेकिन गोविंदपुर के लोग पिछले एक दशक से यह जाम झेल रहे हैं ,लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. विधायक ने डीसी को जाम की तस्वीर और वीडियो भेज इस जाम से छुटकारा की अपील की. उनका कहना था कि जीटी रोड पर रोज-रोज की जाम से आवाजाही बुरी तरह प्रभावित है. लोग परेशान हो रहे हैं, इतना ही नहीं इस एक्सप्रेस हाईवे पर जाम में एंबुलेंस भी फंस जाती है और इससे मरीजों की जान तक चली जाती है. विधायक ने यह भी कहा कि रविवार को भी उन्होंने निरसा जाने का प्रयास किया था परंतु जीटी रोड गोविंदपुर में भयंकर जाम में उनकी गाड़ी फस गई, तीन-चार घंटे में भी जाम से छुटकारा नहीं मिला. निराश होकर वह लौट गए.
लाइलाज होती जा रही परिवहन कुव्यवस्था
आपको बता दें कि गोविंदपुर में ट्रैफिक जाम की समस्या लाइलाज बन गई है. साहिबगंज रोड से आने वाली गाड़ियां रॉन्ग साइड से आते हुए टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के सामने से ही सही लेन पकड़ती हैं ,वहीं पर जाम की शुरुआत होती है, वहीं गोविंदपुर बाजार में भी बाइक सवार रॉन्ग साइड से आते हैं, जिससे भयंकर जाम लग जाता है. बाजार में ही गोविंदपुर थाने की पेट्रोलिंग गाड़ी खड़ी रहती है लेकिन करती कुछ नहीं है. गोविंदपुर का बाजार जाम का बहुत बड़ा सेंटर बन गया है. एक दशक से भी अधिक समय से लोग जाम से छुटकारा की मांग कर रहे हैं लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है .ऐसी बात नहीं है कि प्रशासनिक अधिकारी इस जाम में नहीं फंसते बावजूद जाम से मुक्ति का कोई उपाय नहीं ढूंढा जाता. सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में भी यह मुद्दा उठता रहा है, बातें होती हैं कार्रवाई करने की बात कही जाती है लेकिन होता कुछ नहीं है.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह