रांची (RANCHI) राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों को क्लास में मोबाइल ले जाने की पाबंदी लगा दी गई है. अब शिक्षक को अपने फोन को या तो उन्हें लॉकर में या फिर प्रधानाध्यापक के पास या फिर स्टाफ रूम में रखना होगा. इसके लिए गाइडलाइन स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव के. रवि कुमार ने जारी की है. शिक्षा सचिव की ओर से जारी किए गए निर्देश में 20 मार्च 2023 तक कक्षा तीसरी के सभी बच्चों को हर हाल में पढ़ना आना चाहिए. शिक्षक को यह सुनिश्चित करना होगा कि हर बच्चा रीडिंग में दक्ष हो. बच्चों की बुनियाद को मजबूत करने के लिए इस व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाए. स्कूल में समुदाय की सहभागिता गाइडलाइन के अनुसार शिक्षक लेशन प्लान निश्चित रूप से बनाने का निर्देश दिया गया है. प्रिंसिपल के द्वारा इस पर सिग्नेचर किया जाएगा विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक में बच्चों के पठन-पाठन की चर्चा की जाएगी, इसके अलावा फंडामेंटल लिट्रेसी एंड न्यूमेरेसी के किट स्कूलों में खोले जाएं. साथ ही स्कूलों में नियमित अभ्यास कराने का निर्देश दिया गया है. उसके लिए शिक्षक नियमित रूप से विद्यालय में उपस्थित रहे और अधिकांश समय बच्चों के पठन पाठन में लगाने का निर्देश दीया गया है. शिक्षकों को यह निर्देश दिया गया है. सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षक 6 महीने पहले ही पेपर भर दें ताकि सेवानिवृत्ति के दिन ही सारे दावों का निपटारा किया जा सके.
बायोमिट्रिक हाजिरी पर ही मिलेगा वेतन और मानदेय
शिक्षकों और सहायक अध्यापकों को दो जनवरी से अनिवार्य रूप से बायोमेट्रिक हाजिरी बनानी पड़ रही है. बायोमेट्रिक हाजिरी के आधार पर ही शिक्षकों का जनवरी से वेतन और मानदेय का भुगतान हो सकेगा. राज्य भर के 18 फ़ीसदी शिक्षक जो बायोमेट्रिक हाजिरी नहीं बनाते हैं. वह अगर नहीं बनाएंगे तो उन्हें अनुपस्थित बताते हुए उनके वेतन मानदेय भुगतान पर रोक लगा दिया जाएगा. साथ ही उन पर कार्रवाई भी की जाएगी जिन स्कूलों में आईसीटी स्मार्ट क्लास टैब लगे हुए हैं वहां शत-प्रतिशत लागू किया जाएगा.
जीवन में टाइम मैनेजमेंट का शिक्षक रखें ध्यान
शिक्षा सचिव ने शिक्षकों को अपने कर्तव्य जीवन में प्राइमरी करने के लिए कहा है. उन्हें अपने काम के अनुसार अच्छी पोशाक पहने स्कूल के साथ-साथ पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाने का भी निर्देश दिया गया है. शिक्षक अपने वेतन का खर्च योजनाबद्ध तरीके से करें ताकि आर्थिक कठिनाई नहीं हो. शिक्षक लाइब्रेरी की किताबों को सुव्यवस्थित तरीके से रखें,और शुक्रवार शनिवार या लंबी छुट्टियों के पहले निश्चित रूप से बच्चों को पुस्तकालय से पुस्तक दी जाए. 3 बजे छुट्टी के बाद बच्चों के लिए खेल की घंटी अवश्य बजाया जाए.