रांची(RANCHI): लोकसभा चुनाव खत्म हो गया.अब राजनीतिक दल चुनाव के परिणाम पर समीक्षा करने में जुट गया. साथ ही झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी गई है. सूबे की चार सीट पर चूक कहाँ हुई इसपर मंथन का दौर भाजपा में शुरू हो गया है. इस चुनाव के खत्म होने के साथ ही झारखंड विधानसभा चुनाव में झंडा बुलंद करने की जिम्मेवारी शिवराज सिंह चौहान और हेमंत बिस्वा शर्मा को सौंप दी गई .चुनावी रणनीति बनाने को लेकर विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश भाजपा कार्यालय में बैठक जारी है.
इस बैठक में लोकसभा चुनाव में झारखंड की सीट पर हार की समीक्षा की जा रही है. आखिर चूक कैसे हुई. जिस विधानसभा से वोट कम मिले वहां कितना मेहनत करने की जरूरत है. यह टिप्स शिवराज और हिमंता नेताओं को दे रहे है. आदिवासी सीट पर भाजपा क्यों पीछे रह गई. स्थानीय नेता जनता के मुद्दे को समझने में चूक कैसे हुई. अब इस चूक को विधानसभा चुनाव में पाट कर जीत का झंडा कैसे बुलंद होगा. इसपर मंथन किया जा रहा है.
विधानसभा चुनाव में भले ही अभी देर है. लेकिन झारखंड के किले को फतेह करने के लिए भाजपा ने कमर कस लिया है. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और हेमंत बिस्वा शर्मा भाजपा प्रदेश कमिटी के साथ सभी विधायक और अन्य नेताओं के साथ बैठक कर रहे है. बैठक का एक ही उद्देश्य है कि कमिटी को बूथ स्तर तक मजबूत कैसे करें. कार्यकर्ताओं में चुनाव से पहले जोश भरने का काम शुरू किया गया है. संगठन को धार देने की तैयारी शुरू कर दी है.
अब शिवराज सिंह चौहान को राजनीति का मांझा हुआ खिलाड़ी माना जाता है. भाजपा के कोर नेताओं में शुमार है. साथ ही लंबे समय तक मध्यप्रदेश की कमान अपने हाथ में संभाल कर रखा था. अब केंद्र की राजनीति में सक्रिय हुए तो जिम्मेदारी और बढ़ गई. अब झारखंड फतेह की रणनीति तय करने में जुटे है.