नई दिल्ली - दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है.यहां की सरकार चुनने के लिए एक करोड़ 56 लाख मतदाता मतदान कर रहे हैं.चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं.दिल्ली विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन छितर गया है. हम आदमी पार्टी अपने दम पर यहां चुनाव लड़ रही है और सत्ता बचाने का प्रयास कर रही है. दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी भी वनवास खत्म करने का प्रयास कर रही है. कांग्रेस ने भी विधानसभा चुनाव के लिए जोर-जोर से प्रचार प्रचार किया है.
दिल्ली में मतदान के बारे में जानिए विस्तार से
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए मतदान शुरू हो गया है.मतदान शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से कराए जाने के इंतजाम किए गए हैं. चुनाव मैदान में 699 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं.भारतीय जनता पार्टी ने पूरी ताकत से यहां चुनाव लड़ने की तैयारी की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूरी ताकत चुनाव प्रचार में लगाए. आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ जबर्दस्त हमला बोला गया यहां पर कांग्रेस ने भी है अपनी पूरी ताकत लगाई है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुकाबला त्रिकोणीय है. आम आदमी पार्टी लगातार पिछले 10 साल से अधिक समय से सत्ता में है. शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराए जाने के लिए चुनाव आयोग ने व्यापक व्यवस्था की है.सभी 70 विधानसभा सीट के लिए 13766 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिनमें से 3000 से अधिक संवेदनशील हैं. अर्ध सैनिक बल की 220 कंपनियां तैनात की गई हैं .दिल्ली पुलिस के 35626 जवान लगाए गए हैं वहीं होमगार्ड के 19000 से अधिक जवान चुनाव कार्य में लगाए गए हैं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव के राजनीतिक रंग के बारे में जानिए
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए जोरदार प्रचार प्रसार हुआ. मामला यमुना में जहर तक पहुंच गया. अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि यमुना में जहर मिला दिया गया है. इसको लेकर उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया है.दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने पूरी ताकत लगाई. भाजपा दिल्ली में 25 साल से सत्ता से दूर है. वहीं कांग्रेस भी पूरी ताकत के साथ दिल्ली विधानसभा का चुनाव लड़ी है. महायुद्ध में दिल्ली की जनता किसे सत्ता की चाबी सौंपती है,यह रिजल्ट बताएगा.वैसे कयास लगाया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी की सीटें घटेंगी.कांग्रेस को कुछ सीट भी मिलेगी. भाजपा को भी सीटों का लाभ मिलने जा रहा है. 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी.यहां सरकार बनाने के लिए 36 सीटें जरूरी हैं.