दुमका (DUMKA) : दुमका के लाल ने अमेरिका की विश्वस्तरीय प्रमुख दवा कंपनी लिली के सहायक कंपनी लिली कैपेबिलिटी सेंटर इंडिया बैंगलोर के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (सी ओ ओ) अभिषेक सीईओ इनसाइट्स एशिया मैगजीन द्वारा एशिया के टॉप 10 चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (सी ओ ओ)के रूप में चयनित होकर दुमका के साथ साथ पूरे देश को गौरवान्वित किये हैं. कोरोना काल मे मेहनत करने और देशभर में फैले अपने सहयोगियों को ऑक्सीजन, दवाई, भोजन,अस्पताल की सुविधा, पैसा आदि हर सम्भव मदद पहुंचाने के लिए अमेरिका स्थित लिली के मुख्यालय इंडियाना पोलिस में अभिषेक को सम्मानित किया गया है. अभिषेक झारखंड शिक्षा परियोजना, दुमका के पूर्व जिला जेंडर समन्वयक स्व0 सिहासन कुमारी और सेवानिवृत्त शिक्षक हरिश्चंद्र चौधरी के प्रथम पुत्र हैं. अभिषेक द्वारा सीईओ इनसाइट्स एशिया मैगजीन को दिए गए साक्षात्कार मैगजीन के नवम्बर 2022 के अंक में प्रकाशित हुआ है.
मैगजी में साझा की प्रोफेशनल यात्रा के बारे में कुछ खास बातें
मैगजीन को दिए गए साक्षात्कार में अभिषेक ने अपने प्रोफेशनल यात्रा के बारे में कहा कि किस प्रकार 2003 में लिली के सेल्स टीम से प्रोफेशनल यात्रा की शुरुआत करके सेवा के प्रति निष्ठा, कर्म साधना द्वारा टीम भावना से कार्य करते हुए लिली कैपेबिलिटी सेंटर इंडिया बैंगलोर के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर(सी ओ ओ) के पद पर पहुंचे हैं. अभिषेक ने बताया कि उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत 2003 में लिली के सेल्स टीम से शुरू करते हुए 2016 में दो आदमी के साथ लिली कैपेबिलिटी सेंटर इंडिया बैंगलोर को प्रारंभ किया. इस कंपनी की विश्वनीयता और उनके मेहनत से आज इसमें डॉक्टर, इंजीनियर,आईटी प्रोफेशनल, लेखा विशेषज्ञ और मैनजमेंट सेक्टर आदि विभिन्न विषय के विशेषज्ञता हासिल करने वाले 2400 कर्मचारी कार्यरत हैं. अभिषेक ने बताया कि लिली अमेरिका की एक विश्वस्तरीय दवा कंपनी है जो जीवन को स्वस्थ्य और बेहतर बनाने के लिए डाइबिटीज, इमनोलॉजी अल्जाइमर, कैंसर और दर्द आदि की जीवन रक्षक दवा बनाती है. लिली कैपेबिलिटी सेन्टर इंडिया बैंगलोर इसी कम्पनी का एक सहायक कम्पनी है,अभिषेक लिली कैपेबिलिटी सेंटर इंडिया बैंगलोर के बैक बोन हैं, जिनका कंपनी को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका है. 21 सितंबर 2022 को द हैपीएस्ट वर्क प्लेसेज इन इंडिया के लिए कुछ चयनित कंपनियों को नई दिल्ली के होटल रेडीसन ब्लू प्लाजा में पुरस्कृत किया गया. जिसमें अभिषेक मुख्य वक्ता के रुप मे बोलते हुए हैपीएस्ट प्लेसेज बनाने के गुर सिखाए.
शुरू से रहा सर्वश्रेष्ठता हासिल करने का जुनून
अभिषेक अपने कामयाबी के लिए अपनी माता झारखंड शिक्षा परियोजना दुमका के पूर्व जिला जेंडर समन्यवक स्व0 सिहासन कुमारी और पिता सेवानिवृत्त शिक्षक हरिश्चन्द्र चौधरी के आशीर्वाद और मार्गदर्शन को मानते हैं. जीवन मे सफल होने के मूल मंत्र देते हुए अभिषेक ने कहा है कि दूरगामी सोच,अचूक लक्ष्य भेदने की अभिलाषा, सेवा के प्रति निष्ठा, टीम भावना से कार्य करने की सोच, अनुशासित जीवन शैली के साथ माता-पिता, बुजुर्गों के आशीर्वाद और मार्गदर्शन से व्यक्ति जीवन में तरक्की के बुलन्दियों पर पहुंच सकते हैं. अभिषेक के पिता सेवानिवृत्त शिक्षक हरिश्चंद्र चौधरी ने बताया कि अभिषेक में बचपन से ही कुछ अलग करने की प्रतिभा और हर कार्य मे सर्वश्रेष्ठता हासिल करने का जुनून था. अभिषेक संत जोसेफ स्कूल, गुहियाजोरी, दुमका से मैट्रिक और पटना विश्वविद्यालय से रसायन शास्त्र में स्नातक ऑनर्स हैं। अभिषेक आईबीएस हैदराबाद आर आईएमटी गाजियाबाद से एमबीए की डिग्री हासिल किए हैं. वर्तमान में अभिषेक चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के पद पर अपने कर्तव्यों को बखूबी निभाते हुए अमेरिका के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय से एमबीए भी कर रहे हैं.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका